उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री भगत सिंह कोश्यारी को गधेरू नेता यूं ही नहीं कहा जाता है। बल्कि इसके पीछे की कहानी यह है कि वह जमीनी लड़ाई लड़ते रहे हैं। चाहे पूर्व में उत्तराखंड का मामला हो या अब महाराष्ट्र। दोनों जगह ही वह जनता के बेहद लोकप्रिय नेता के तौर पर सामने आए हैं। फिलहाल महाराष्ट्र की स्थिति को देखे तो मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे से ज्यादा लोकप्रिय गवर्नर भगत सिंह कोश्यारी बन गए हैं।

महाराष्ट्र प्रदेश में अगर कोई बड़ी हलचल होती है तो उसमें कोश्यारी का हस्तक्षेप जरूर होता है। हालात यह है कि कोश्यारी के हस्तक्षेप के बिना महाराष्ट्र में राजनीतिक समझौते सुलह नहीं हो पाते। खासकर फिल्मी हस्तियों के मामले। पूर्व में जब अभिनेत्री कंगना रनौत का बीएमसी ने दफ्तर तोडा तो वह न्यायालय में जाने से पहले महाराष्ट्र के राज्यपाल कोश्यारी के दरबार में पहुंची थी। यही नहीं बल्कि इस मामले को लेकर भगत सिंह कोश्यारी ने महाराष्ट्र के प्रमुख सचिव को तलब कर लिया था तब । कोश्यारी ने प्रमुख सचिव से पूरे मामले की जानकारी लेकर केंद्रीय आलाकमान को विश्वास में लिया था।
फिलहाल एक बार फिर पायल घोष के मामले में यही स्थिति बन गई है । अभिनेत्री पायल घोष ने फिल्म डायरेक्टर अनुराग कश्यप के खिलाफ रेप और महिला का अपमान कराने की धाराओं के तहत मामला दर्ज कराया है। लेकिन बावजूद इसके फिल्म डायरेक्टर अनुराग कश्यप की गिरफ्तारी नहीं हो रही है। इस मामले पर अभिनेत्री पायल घोष आज महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी से मुलाकात करेगी ।

गौरतलब है कि फिल्म डायरेक्टर अनुराग कश्यप की गिरफ्तारी को लेकर अभिनेत्री पायल घोष पूर्व में केंद्रीय मंत्री रामदास अठावले से भी मिल चुकी है। याद रहे कि अनुराग कश्यप पर रेप संबंधित कई धाराओं में मामले दर्ज हैं और मुंबई पुलिस की जांच चल रही है । मुंबई पुलिस ने अभी तक अनुराग कश्यप को पूछताछ के लिए भी नहीं बुलाया है।
Thank you india. It’s a start and we have to fight till justice is served!!#JusticeForPayalGhosh pic.twitter.com/7kL8JDRVKd
— Payal Ghosh (@iampayalghosh) September 27, 2020
अभिनेत्री पायल घोष ने अपने ट्विटर पर इस बाबत जानकारी देते हुए लिखा है कि मैं महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी जी से मुलाकात करूंगी और अपने कदम पर चर्चा करूंगी। जिन लोगों ने मेरा साथ दिया है उन लोगों का धन्यवाद। जय हिंद।