देश में कोरोना वायरस पर नियंत्रण पाने के लिए सम्पूर्ण लॉकडाउन की स्थिति है। ऐसे में केवल कुछ ही सेवाओं की आपूर्ति पर छूट है। सरकार ने लोगों को घरों से बाहर न निकलने के इंस्ट्रक्शन दिए हैं। इस वायरस से बचने के लिए पीएम नरेंद्र मोदी पूरे देश में लॉकडाउन की घोषणा कर चुके हैं। केवल जरुरी चीजें और खाने-पीने की दुकानों को ही खोलने की अनुमति दी गई है। लेकिन इस बीच दुकानदार इसका जमकर फायदा उठा रहे हैं और मनमाना दाम वसूल रहे हैं। सरकार को लगातार इस तरह की शिकायत आ रही हैं।
कालाबाजारी के मद्देनजर उपभोक्ता खाद्य और सार्वजनिक वितरण मंत्रालय ने सभी खाने पीने की चीजों के दाम तय कर दिए गए हैं। इसके अनुसार, अगर कोई व्यक्ति किसी वस्तु का दाम से ज्यादा कीमत लेता है तो उसके खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाई जाएगी है। सरकार ने सभी राज्यों को यह रेट लिस्ट जारी करने का सुझाव दिया है। यूपी में बुधवार 25 मार्च को इसी तरह की एक रेट लिस्ट जारी की गई।
लॉकडाउन के दौरान कालाबाजारी न हो और कोई भी दुकानदार मनमाने ढंग से सामान न बेचे इसके लिए यूपी सरकार ने अब कदम उठाने शुरू कर दिए हैं। यूपी सरकार ने अपने कई शहरों में इस तरह की लिस्ट जारी कर दी है। इस रेट लिस्ट में 23 खाघ सामग्री का दाम बताया गया है। इसमें आटा, दाल-चावल, तेल, चीनी और फल-सब्जियों के भी रेट निर्धारित रूप से दिए गए हैं। साथ ही लखनऊ में तो किस इलाके में किस स्टोर से सामान मिलेगा। इसकी भी लिस्ट जारी कर दी गई है।
जिन राज्यों में अभी तक इस तरह की कोई रेट लिस्ट जारी नहीं हुई है उस राज्य के लोग उपभोक्ता मामले के साथ खाद्य और सार्वजनिक वितरण मंत्रालय की बेवसाइट पर जाकर मूल्य निगरानी विभाग के ऑप्शन में सभी जरुरी सामान की रेट लिस्ट देख सकते हैं। खाघ सामग्रियों के दाम इस रेट लिस्ट में दैनिक के अलावा दो दिन, पांच दिन और हफ्ते, महीने के हिसाब से देखे जा सकते हैं।
इस बेवसाइट के अनुसार, चावल अगले एक हफ्ते तक 30 रुपये और पांच किलोग्राम आटे के पैकेट का दाम का 160 रुपये होगा। कंपनियों के रेट में बदलाव भी हो सकता है। सरसों के एक किलो तेल की कीमत 115 रुपये तक तय की गई है। साथ ही चीनी 38 रुपये किलो है।