अभी कुछ दिन पहले महाठग चंद्रशेखर का नाम जोरो शोरों से हिन्दुस्तान की हर खबर में गूँज रहा था | लेकिन आज उससे भी बड़े नेटवर्क वाला ठग हिन्दुस्तान की हेडलाइंस बना हुआ है। इस ठग की कहानी भारत से नहीं जुड़ती बल्कि यह तो विदेशों में अपने नेटवर्क और फ़्लूएंट इंग्लिश से सालों से ठगी कर रहा था। हिन्दुस्तान में मौजूद यह ठग अमेरिका, कनाडा और ऑस्ट्रेलिया के लोगों से फ़ोन कॉल्स के ज़रिये ठगी को सालों से अंजाम देता था। जिसकी खबर अब जाकर सीबीआई को मिली है।
इस ठग के कारनामों की भारत सरकार को इंटरपोल की तरफ से शिकायत मिली, तो सीबीआई समेत कई भारतीय एजेंसियों के कान खड़े हो गए। इसके बाद सीबीआई ने देश भर में मौजूद कमल उर्फ बॉब के 115 ठिकानों पर एक साथ छापेमारी की और जो सच्चाई सामने आई, वो चौंकाने वाली थी। एक व्यक्ति के द्वारा फैलाया हुआ यह 115 जगह का नेटवर्क वाकई में चौकाने वाला है। जिस पर सीबीआई जांच में जुट गई है।
आलीशान महल
सुनसान बियाबान जंगल के बीचों-बीच झाड़ियों में मौजूद इस ठग का आलीशान महल दूर से देखने पर एक सफ़ेद रंग की तश्तरी के सामान नज़र आता है। इसकी लोकेशन बेहद खूबसूरत और आकर्षित कर देने वाली है। यह महल किसी पुराने ज़माने के राजा की विरासत जैसा लगता है जिसे देखते ही मालूम होता है कि इसे बनाने में करोड़ों रुपए की लागत लगाई गई है। सूत्रों की मानें तो बॉब ने ठगी से जुटाई गई दौलत से 50 करोड़ रुपये से भी ज्यादा की कीमत इस महल को तैयार करने में लगाई गई है। इस इमारत में ऐशो-आराम की हर चीज़ मौजूद है। सीबीआई को इस महल से 1 करोड़ 80 लाख से ज़्यादा कैश मिला और डेढ़ किलो से ज्यादा सोना भी बरामद हुआ। जिसके साथ-साथ महल और दूसरे ठिकानों से भी पुलिस को करोड़ों की लग्जरी गाड़ियां, बेशकीमती जेवर और ऐशो आराम की एक से बढ़कर एक चीजें बरामद हुई हैं।
सीबीआई का छापा
सीबीआई की टीम ने छापा मारा तो महल का वैभव देखकर भौचक्के रह गए। इस महल में शानो-शौकत की तमाम चीज़ों के साथ विदेश से इम्पोर्टेड सामान भी देखने को मिला। इस महल में बॉब और उसके साथ उसके परिवार के लोग रहते थे। बॉब यहीं से अपने कारनामों को अंजाम दिया करता था। तमाम बड़ी-बड़ी ठगियां बॉब और उसके रिश्तेदार मिलकर किया करते थे। बाकी छोटे स्तर का काम उसके दूसरे अड्डों पर किया जाता था। छोटे स्तर पर काम कर रहे लोग विदेशी लोगों की जानकारी हासिल करते, जिससे जब बॉब अपनी वसूली करते समय उन व्यक्तियों पर सरकारी कर्मचारी होने का पक्का प्रभाव डाल सके।
अमेरिकन एक्सेंट में इंग्लिश
वैसे तो ठगी की दुनिया में ये मॉडस ऑपरेंडी कोई बहुत नई नहीं है, लेकिन बॉब इस तरीके को जिस तरह से अमल में लाया, वैसा कम ही ठग कर पाते हैं। वो अमेरिकन एक्सेंट में इंग्लिश बोलने में एक्सपर्ट है। अपने इसी टैलेंट का फायदा उठा कर वह फेक नंबर से सरकारी कर्मचारी बनकर अमेरिकी नागरिकों को फोन करता और उन्हें टैक्स न चुकाने का इल्जाम लगाकर धमकाने लगता था। फिर जब पीड़ित उससे इसकी भरपाई करने की सलाह मांगते तो वह उनकी फाइल निपटाने का ऑफर देता और पेनल्टी देने के बदले कुछ डॉलर में काम निपटाने का भरोसा देता जिससे इसकी सारी कारोबारी होती।
गिफ्ट वाउचर के जरिए पैसा
फाइल निपटाने के बदले मांगे गए पैसों को अमेजन, ई-बे और दूसरे प्लेटफॉर्म से गिफ्ट वाउचर के जरिए अपने खातों में पैसा ट्रांसफर करवा लेता था जिससे उसके ट्रांसेक्शन पर इ-पेय कंपनियों की नज़र नहीं पड़ती थी। इस तरह बॉब ने सैकड़ों अमेरिकी, कैनेडियन और ऑस्टेलियाई नागरिकों से करोड़ों डॉलर ठग लिए, धीरे-धीरे उसने अपना नेटवर्क बड़ा करना शुरू किया जिसके लिए उसने नौजवानों को भी फॉरेन एक्सेंट में इंग्लिश बोलने की ट्रेनिंग देना शुरू कर दिया। इसने अपने बुजुर्ग बाप समेत परिवार के कई सदस्यों को भी ठगी के रास्ते पर न केवल लेकर आया बल्कि चलना भी सिखाया और फिर सभी मिलकर लोगों को लूटने लगे।
जानकार बताते हैं कि बॉब और उसका परिवार पहले काफी गरीब हुआ करते थे। उसके पिता का एक टायर फैक्ट्री में मजदूरी करते थे। लेकिन इसी दौरान कमल को एक शख्स के ज़रिए ठगी का ये तरीका पता चला। इसके बाद उसने पीछे मुड़कर नहीं देखा और ठगी के काम से इतनी दौलत कमाई कि महल, फार्म समेत अकूत संपत्ति जमा कर ली। अब सीबीआई इस मामले की तहकीकात में जुट गई है।