कोरोना महामारी का इस्तेमाल लोग अब अपने स्वार्थ साधने में भी करने लगे हैं। मध्य प्रदेश के खंडवा जिले में एक ऐसी ही दिलचस्प कहानी सामने आई है। यहां डिस्ट्रिक्ट कोर्ट में लव-मैरिज का शपथ पत्र बनवाने पहुंचे युवक-युवती के प्यार में कोरोना ने विघ्न डाल दिया। दरअसल अमलपुरा क्षेत्र की युवती को अपने ही मोहल्ले के एक लड़के से प्रेम हो गया। युवक के माता-पिता लड़की को पंसद करते थे, परंतु लडकी के माता-पिता युवक को पंसद नहीं करते थे। लड़की को उसके परिजनों ने प्रेम विवाह करने से मना भी किया, लेकिन लड़की नहीं मानी। इसलिए दोनों खंडवा की डिस्ट्रिक्ट कोर्ट में लव मैरिज करवाने के लिए पहुंचे।
कोर्ट में ही कुछ देर बाद लड़की के घर वाले पहुंच गए, और उन्होंने लड़की को समझाने की कोशिश की। लेकिन कुछ देर बाद लड़की के घरवालों ने वकील को कुछ ऐसा कहा कि जिसे सुनकर वकील और टाईपिस्ट दोनों युवती से दूर भागने लगे। परिजन ने लव-मैरिज करवा रहे वकील से कहा कि युवती को कोरोना हैं। इसके बाद शादी का शपथ पत्र बना रहे वकील ने लड़की से दूरी बना ली। वकील वीरेंद्र वर्मा लड़की से हाथ जोड़कर विनती करने लगे, उन्होंने युवती को कहा, “आप पहले कोरोना की जांच करवा लीजिए। रिपोर्ट निगेटिव आने पर आपकी मदद करेंगे, क्योंकि इस स्थिति में कोई भी वकील आपका केस नहीं लेगा”।
लड़की की परिजनों ने तुंरत स्वास्थ्य विभाग के हेल्पलाइन नंबर 104 पर शिकायत कर दी। उसके बाद स्वास्थ्य विभाग की टीम लड़की को अस्पताल ले गई, जहां उसका सैंपल लिया गया है। अब युवती को 14 दिन के लिए होम क्वारैंटाइन कर दिया।
युवती ने इस के बारें में बात करते हुए कहा कि ” कोरोना महामारी मेरे प्यार को नहीं हरा सकती। अभी नहीं तो बाद में हम दोनों एक-दूजे के होंगे। कोरोना हारेगा और प्यार जीतेगा। वहीं वकील वीरेंद्र वर्मा ने बताया कि “शादी के लिए आई युवती सामान्य दिख रही थी। मैंने खुद उनसे बात की, कोरोना के उसमें लक्षण नहीं थे। विवाह रोकने के लिए परिजनों ने कोरोना को हथियार बनाया। इसलिए उन्होंने कोर्ट में आकर हंगामा किया”।