पंजाब नेशनल बैंक घोटाले में भगोड़े नीरव मोदी के खिलाफ अब उसकी बहन पूर्वी मोदी और उनके पति मंयक मेहता खुलकर सामने आ गए है। इस बात की जानकारी मामले की जांच कर रही एजेंसी प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने दी है। एजेंसी ने बताया कि पूर्वी मोदी और उनके पति मयंक मेहता ने बैंक धोखाधड़ी मामले में नीरव मोदी की 579 करोड़ रुपये की संपत्ति जब्त करने में मदद की। इनमें न्यूयॉर्क में दो फ्लैट, लंदन और मुंबई में 1-1 फ्लैट, दो स्विस बैंक खाते और मुंबई में एक खाता शामिल है। नीरव मोदी के मामले की सुनवाई कर रहे लंदन के वेस्टमिंस्टर मजिस्ट्रेट कोर्ट को बताया गया है कि हीरा व्यापारी एक पोंजी जैसी स्कीम के लिए ज़िम्मेदार है जिसकी वजह से भारत के पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) में बहुत बड़ा ग़बन हुआ। भारत सरकार की तरफ से इस मामले की पैरवी अदालत में ब्रिटेन की क्राउन अभियोजन सेवा (क्राउन प्रॉसिक्यूशन सर्विस) बहस कर रही है। क्राउन प्रॉसिक्यूशन सर्विस (सीपीएस) ने सुनवाई के दौरान धोखाधड़ी, मनी लॉन्ड्रिंग और गवाहों को धमकाने जैसे मुद्दों पर अपना फ़ोकस रखा। ब्रिटेन में कोरोना वायरस की वजह से लगाए गए लॉकडाउन के कारण इस मामले की सुनवाई वीडियो लिंक के जरिए की गई।
सीपीएस ने यह स्थापित करने का प्रयास किया कि नीरव मोदी ने बैंक अधिकारियों के साथ मिलकर पीएनबी के लेटर ऑफ़ क्रेडिट के फर्ज़ी इस्तेमाल के लिए अपनी कंपनियों, डायमंड्स आर अस, सोलर एक्सपोर्ट और स्टेलर डायमंड्स का उपयोग किया। नीरव मोदी के भाई पर 19 करोड के हीरें हडपने का आरोप है। नेहल मोदी के खिलाफ आरोपों की घोषणा करते हुए प्रोसीक्यूटर साय वेंस ने कहा, हीरे हमेशा के लिए होते है लेकिन यह ठगी की योजना हमेशा नहीं रहेगी। नेहल मोदी अब न्यूयार्क सुप्रीम कोर्ट के अभियोग का सामना करेंगे।
इससे पहले एक विशेष अदालत ने नीरव मोदी की बहन पूर्वी मोदी को सरकारी गवाह यानी अभियोजन पक्ष का गवाह बनाने की अनुमति दे दी थी। मनी लांड्रिंग निरोधक कानून (पीएमएलए) के तहत मामलों को देखने वाले विशेष न्यायाधीश वी सी बर्डे ने सोमवार को सरकारी गवाह बनने को लेकर पूर्वी के आवेदन को स्वीकार कर लिया। आदेश मंगलवार को उपलब्ध कराया गया। अदालत ने कहा कि मामले में माफी मांगने के बाद आरोपी अब सरकारी गवाह होगी। बेल्जियम की नागरिक पूर्वी ईडी द्वारा दर्ज मामले में आरोपी है। मार्च 2019 में गिरफ़्तारी के बाद से वांड्सवर्थ कारागार में रह रहे नीरव मोदी को अभी इसी जेल में रहना होगा। नीरव मोदी को सेंट्रल लंदन में मेट्रो बैंक से गिरफ़्तार किया गया था जहाँ वह बैंक खाता खोलने गये थे।