कंगना रनौत का मुंबई में बीएमसी द्वारा दफ्तर तोड़े जाने पर देश के अलग-अलग हिस्सों में विरोध-प्रदर्शन हो रहे हैं। मामला पूरी तरह राजनीतिक हो गया। महाराष्ट्र के पूर्व सीएम और बीजेपी नेता देवेन्द्र फडणवीस ने कंगना के समर्थन में आते हुए कहा है कि आप दाऊद का घर तो तोड़ने गए नहीं, लेकिन आपने कंगना का बंगला तोड़ दिया।
उन्होंने शिवसेना पर निशाना साधते हुए कहा कि कंगना रनौत के मामले को आपने (शिवसेना) ने हद से ज्यादा तूल दिया है। वह कोई नेता नहीं है। वहीं रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया के चीफ रामदास आठवले ने कंगना को सुरक्षा का वादा किया। उन्होंने मामले को लेकर कंगना से उनके मुंबई आवास पर मुलाकात भी की। उन्होंने बीएमसी के द्वारा की गई कार्रवाई को ग़लत ठहराया है। रामदास आठवले ने इस बाबत गवर्नर भगत सिंह कोश्यारी से मुलाकात कर मुआवजे की मांग की है।
अब मामले पर शरद पवार की पार्टी एनसीपी के अध्यक्ष जयंत पाटिल ने कंगना रनौत पर आरोप लगाया है कि कंगना इस पूरे मामले पर पब्लिसिटी स्टंट कर रही है। एनसीपी अध्यक्ष ने आगे कहा कि “सुरक्षित शहर की पुलिस बल की तुलना पाकिस्तान के साथ करना बेहद निंदनीय है। पुलिस के बारे में अपमानजनक बातें कहने का मतलब सिर्फ एक पब्लिसिटी स्टंट है”।
कंगना रनौत के समर्थन में देश के अलग-अलग हिस्सों में लोग सड़कों पर उतर आए हैं और महाराष्ट्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी कर रहे हैं। झारखंड में लोगों ने महाराष्ट्र के सीएम उद्धव ठाकरे के पुतले का दहन किया। लोगों ने कहा कि सुशांत सिंह राजपूत मामले में सबसे पहले सीबीआई की मांग करने वाली कंगना रनौत थी। वहीं हिमाचल, बिहार और यूपी में भी लोग महाराष्ट्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी कर रहे हैं।