असम के ऑयल इंडिया लिमिटेड के कुएं में बुधवार को आग लग गई जिसमें तीन विदेशी विशेषज्ञ घायल हो गए। फिलहाल पूरे इलाके की घेराबंदी कर दी गई है। यह आग तिनसुकिया जिले के बागजान के कुआ नंबर 5 के पास आग लगी है।
खबरों के मुताबिक, कई घायल तकनीशियनों को अस्पताल ले जाया गया है जहां उनका इलाज चल रहा है। बताया जा रहा है कि उनकी हालत स्थिर है।
समाचार एजेंसी पीटीआई ने एक अधिकारी के हवाले से खबर दी है कि आग बुझाने वाले बीओपी को लगाने से पहले कुएं को खोलने के लिए रास्ते में आग लग गई।
वहीं समाचार एजेंसी एएनआई ने ऑइल इंडिया लिमिटेड के प्रवक्ता त्रिदीप हजारिका के हवाले से खबर दिया है कि इस ऑपरेशन को फिलहाल रोक दिया गया है।
हजारिका ने बताया, “घायलों को अस्पताल ले जाया गया है। यहां कुएं से गैस के रिसाव के बाद 9,000 से अधिक लोगों को राहत शिविरों में भेजा गया है।”
Assam: An explosion occurred near well no.5 of Oil India in Baghjan, Tinsukia. 3 foreign experts at the site injured. They have been rushed to hospital. The incident occurred when operations to douse the fire at Baghjan oil field was going on. The operation has been halted now. https://t.co/d8mzsmwdPc pic.twitter.com/0azjUzRRrR
— ANI (@ANI) July 22, 2020
गौरतलब है कि गुवाहाटी से 500 किमी दूर बागजान तिनसुकिया में 27 मई को तेल के कुएं में एक विस्फोट हुआ था। बताया जा रहा है कि ये विस्फोट गैस रिसाव के चलते हो रहे हैं जिससे क्षेत्र के जनजीवन को नुकसान हो रहा है।
पिछले महीने साइट के पास एक वेटलैंड में ऑयल इंडिया लिमिटेड के दो फायरफाइटर को मृत पाया गया था। आग इतनी भीषण थी कि इसे 10 किमी दूर से भी देखा जा सकता था।
एक अधिकारी ने कहा, “उनके शव साइट के पास एक वेटलैंड से बरामद किए गए। ऐसा माना जा रहा है कि वे पानी में कूद गए और डूब गए क्योंकि उनके शरीर पर जलने के निशान नहीं थे।”
बताया जा रहा है कि विदेशी विशेषज्ञों को आग बुझाने में मदद के लिए उतारा गया था। कुएं के 1.5 किलोमीटर के दायरे में रहने वाले हजारों लोगों को सुरक्षा के लिए स्थानांतरित कर दिया गया है।
कंपनी ने विस्थापित निवासियों को 30,000 रुपये के मुआवजे की घोषणा की है। पिछले महीने स्थानीय लोगों ने तेल क्षेत्र से मुश्किल से 3 किमी दूर डिब्रू-साइकोवा नेशनल पार्क में डॉल्फिन और अन्य जलीय जीवों के शवों की तस्वीरें साझा की थीं।