कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के खिलाफ एक एफआईआर दर्ज कराया गया है। यह मामला कर्नाटक के एक वकील ने पीएम केयर फंड के खिलाफ भ्रम फैलाने को लेकर दर्ज कराया है। वकील के. वी. प्रवीण ने पीएम केयर फंड के बारे में कांग्रेस के ट्विटर हैंडल से भ्रामक ट्वीट करने का आरोप लगाते हुए कर्नाटक के शिवमोग्गा में शिकायत की है।
पुलिस ने सोनिया गांधी के खिलाफ भारतीय दंड संहिता (IPC) की धारा 153 और 505 के तहत मामला दर्ज किया है। मोदी ने कोरोना वायरस से निपटने के लिए पीएम केयर फंड में अधिकतम योगदान देने का आह्वान किया। इसमें व्यवसायी से लेकर राजनेताओं और खिलाड़ियों से लेकर कलाकारों तक, आम आदमी ने इस फंड में बहुत योगदान दिया है। पीएम केयर फंड को एक स्वतंत्र सार्वजनिक धर्मार्थ (Charitable) ट्रस्ट के रूप में स्थापित किया गया है।
फंड का पूरा नाम प्रधान मंत्री नागरिक सहायता है। इस फंड की स्थापना के बाद, कांग्रेस सहित कई ने इस पर सवाल उठाए। सवाल यह है कि क्या देश में प्रधान मंत्री राष्ट्रीय सहायता कोष होने पर एक नया पीएम केयर फंड स्थापित करने की आवश्यकता है। कुछ ने तो यहां तक कहा कि पीएम केयर फंड एक घोटाला है। फंड सीएजी के दायरे से बाहर हो सकता है, ताकि कोई भी फंड के खर्च और उपयोग पर ध्यान न दे सके, यही वजह है कि कुछ लोगों ने अनुमान लगाया है कि इसे वजह स्थापित किया गया था।
बता दें कि कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने कई बार इस मुद्दे पर कांग्रेस शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ बैठकें की हैं। और अभी कोरोना वायरस महासंकट के बीच कांग्रेस की ओर से लगातार मोदी सरकार पर आरोपों की बौछार की जा रही है। कांग्रेस प्रदेश शासित सरकरों की ओर से लगातार केंद्र सरकार पर राज्यों के साथ सौतेला बर्ताव करने का आरोप भी लगाया जा रहा है। इसके अलावा कोरोना संकट के बीच प्रधानमंत्री केयर्स फंड की जानकारी सार्वजनिक करने की अपील की जा रही है।
कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और नेता राहुल गांधी की तरफ से इस बारे में लगातार सोशल मीडिया के जरिए निशाना साधा जाता रहा है। वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को इसको लेकर चिट्ठी भी लिखी जा चुकी है। अभी आने वाले दिनों में, देश विपक्षी दलों के साथ एक संयुक्त बैठक आयोजित करने की तैयारी कर रहा है, जिसमें कोरोना संकट पर चर्चा की जाएगी।