ओएनडीसी प्लेटफॉर्म
ईवाई इंडिया के नेशनल लीडर ‘ए भट्टाचार्य’ ने बिजनेस स्टैंडर्ड को बताया कि ओएनडीसी के अंतर्गत छोटे और बड़े ब्रांड एक सामान होंगे। इस नेटवर्क का आविष्कार निश्चित रूप से विक्रेताओं और ब्रांडों के लिए लोकतंत्रीकरण और पहुंच का विस्तार करने के लिए किया गया है। अब तक ओएनडीसी में 17 वित्तीय संस्थानों की संयुक्त रूप से हिस्सेदारी है। छोटे विक्रेता जैसे- किराना, स्टेशनरी, जनरल, खिलौना विक्रेता और परिधान की दुकानों सहित सभी इस नेटवर्क पर हिस्सा ले सकेंगे जिससे ई-कॉमर्स का दायरा उनके लिए अधिक आसान हो जाएगा। इसके अलावा उपभोक्ताओं या विक्रेताओं के लिए कोई भी वेबसाइट बंद नहीं होगी, यह एक ओपन मार्केट की तरह काम करेगा। यह इस धारणा को खत्म कर देता है कि कुछ चुनिंदा उत्पाद एक ही वेबसाइट पर उपलब्ध होंगे। उत्पाद विनिर्माताओं तथा विक्रेताओं को और अधिक प्रतिस्पर्धी दामों तथा सेवाओं की पेशकश करनी होगी, जिससे उपभोक्ताओं को बेहतर सौदे की उपलब्धियां हासिल होंगी। इससे ग्राहक खुदरा और थोक दोनों लेवल के अनुभव का निर्माण कर सकेंगे। अभी इस पैटर्न पर काम करने और सही डेटा तैयार करने में समय लगेगा। किसी भी मंच को आदान-प्रदान करने के लिए उपभोक्ता की अपेक्षाओं और दायित्वों पर खरा उतरने के लिए कुछ साल का समय लग सकता है, क्योंकि इस नेटवर्क में समय के अनुसार बदलाव होते रहेंगे।
डेलॉयट के साझेदार रजत वाही का मानना है कि गुणवत्ता और वास्तविक उत्पादों को सुनिश्चित करने, प्रचार और छूट की पेशकश करने आदि के लिए विक्रेता को शामिल किए जाने के लिए वेरिफिकेशन और सरकारी निगरानी की आवश्यकता होगी, ताकि इस नेटवर्क पर विक्रेता अपनी मनमानी न कर सकें। इसके अलावा इस नेटवर्क पर दायरा और वर्गीकरण, मूल्य निर्धारण और उत्पाद की जानकारी तथा डेटा की गोपनीयता का ध्यान रखने की जरूरत होगी। उन्होंने कहा कि ओएनडीसी उपभोक्ताओं के लिए खरीदारी के लिए किसी अन्य साइट या प्लेटफॉर्म की तरह ही काम करेगा। वह यह भी सुनिश्चित करेगा कि सभी विक्रेताओं की उपभोक्ताओं तक आसानी से पहुंच हो, और इसे बढ़ाने के लिए समय-समय पर अपडेट किया जाये। यह निश्चित रूप से उपभोक्ताओं के लिए फायदे की स्थिति है, क्योंकि यह समय के साथ-साथ काफी बड़ा नेटवर्क बन सकता है। आने वाले समय में अधिक से अधिक विक्रेता और खरीदार इस प्लेटफार्म का उपयोग करेंगे। यह प्लेटफ़ॉर्म खरीदारों और विक्रेताओं को एक-दूसरे से ऑनलाइन जोड़ने और लेन-देन करने की अनुमति देगा, चाहे वे किसी भी अन्य एप्लिकेशन का उपयोग कर रहे हों।
इस प्लेटफार्म की पूर्ति को समझने के लिए एंड-टू-एंड निष्पादन करने के लिए एक उपभोक्ताओं का समूह बनाकर परीक्षण किया गया है। इस समूह में आने वाले हफ्तों में नेटवर्क प्रतिभागियों की संख्या में 30 से अधिक की वृद्धि होने की उम्मीद है। इस पर निर्माण करते हुए, ओएनडीसी सीमित क्षेत्रों में सार्वजनिक उपयोगकर्ताओं के साथ नेटवर्क का बीटा-परीक्षण (ऐप्लिकेशन को बाजार में आने से पहले इस्तेमाल करना) शुरू करने की योजना बना रहा है। वित्त मंत्री ने कुछ समय पहले निवेशकों की समस्याओं को समझते हुए उन्हें आश्वासन दिया था कि सरकार देश में निवेश को प्रोत्साहित करने के लिए किसी भी संभावित समस्या का समाधान करेगी। इस नेटवर्क के द्वारा इन समस्याओं का निवारण करने की कोशिश की गई है।