सिंधु बॉर्डर स्थित किसान आंदोलन आज आंदोलन का 31 वा दिन है। आंदोलन में हरियाणा और पंजाब समेत कई राज्यों से किसानों का दिल्ली पहुंचने का सिलसिला रुकने का नाम नहीं ले रहा है। बताया जा रहा है कि आज के दिन पंजाब के खनौरी से और कल को हरियाणा के डबवाली से 15-15 हजार किसान दिल्ली के लिए कूच करेंगे। इस बीच सरकार के साथ बातचीत को लेकर किसान संगठनों की आज अहम बैठक हो सकती है। इसी बैठक में कल हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के किसानों को दिए गए संबोधन पर भी चर्चा हो सकती है।
इससे पहले सरकार की चिट्ठी पर कल किसानों के बीच चर्चा हुई थी। बैठक में कुछ किसानों ने मामले का हल निकालने के लिए सरकार से बातचीत फिर से शुरू करने की जरूरत पर बल दिया। किसान आंदोलन से जुड़े लोगो की माने तो वे आज फिर से बैठक करेंगे। जिसमें केंद्र सरकार के बातचीत के प्रस्ताव पर आज फैसला लिया जा सकता है। इसके साथ ही यह भी तय हुआ कि आगे से केंद्र सरकार से बातचीत के लिए बहुतायत संख्या में लोग नहीं जायेंगे, इससे बातचीत में विघ्न पड़ता है। अब से केंद्र और किसानो के बीच बातचीत का रास्ता निकलने के लिए सिर्फ कुछ ही चुनिंदा लोग शामिल हुआ करेंगे।
याद रहे कि सरकार ने दो दिन पहले भी एक और चिट्ठी लिखकर किसानों से बातचीत के लिए दिन और समय तय करने की अपील की थी। चिट्ठी में कहा गया था कि किसानों के मुद्दों को हल करने के लिए सरकार गंभीर है। सरकार ने यह भी साफ कर दिया है कि एमएसपी से जुड़ी कोई भी नई मांग जो नए कृषि कानूनों के दायरे से बाहर है, उसे बातचीत में शामिल करना एजेंडे में शामिल नहीं होगा।यहां यह भी बताना जरुरी होगा कि इससे पहले भी केंद्र सरकार ने 20 दिसंबर को भी किसान नेताओं को पांच पेज का पत्र लिखकर बातचीत का समय तय करने को कहा था। जिसे किसानों ने अस्वीकार कर दिया था। साथ ही उस पांच पेज के पत्र को केंद्र सरकार के ही पुराना एजेंडा बताया था।