पिछले 38 दिनों से दिल्ली में किसानों का आंदोलन चल रहा है। कड़कड़ाती ठंड में ये किसान अपनी मांगों को लेकर आंदोलन कर रहे हैं। 4 जनवरी को किसान और सरकार फिर मिलेंगे। इस चर्चा पर पूरे देश की नजरें हैं। क्योंकि किसान संगठनों ने वार्ता विफल होने पर आंदोलन तेज करने की चेतावनी दी है। अब किसानों ने कहा है कि अगर कल की चर्चा विफल हो जाती है, तो वे गणतंत्र दिवस पर एक ट्रैक्टर मोर्चा आयोजित करेंगे। किसान तीन कृषि कानूनों को रद्द करने और कृषि वस्तुओं की बुनियादी कीमतों के लिए कानूनी प्रावधान बनाने के लिए केंद्र सरकार के लिए आंदोलन कर रहे हैं। चर्चाओं के दौर से अभी तक कोई ठोस हल नहीं निकला है।
दिल्ली सीमा पर आंदोलन कर रहे किसान कृषि कानूनों के खिलाफ किसी भी कीमत पर पीछे हटने को तैयार नहीं हैं। कड़कड़ाती ठंड के बीच बारिश भी उनके धैर्य की परीक्षा ले रही है। लगातार दो दिनों से हो रही बारिश के कारण किसानों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। हालांकि, इस सब के बावजूद, वे डटे हुए हैं और किसान संगठनों ने अपनी मांगों के लिए सरकार को अल्टीमेटम दिया है।
किसानों ने केंद्र सरकार के खिलाफ आक्रामक कार्रवाई की चेतावनी दी है। एक संवाददाता सम्मेलन में किसान नेताओं दर्शनपाल सिंह और अभिमन्यु कोहाड़ ने कहा कि अगर सरकार हमारी मांगों पर सहमत नहीं होती है, तो हम 26 जनवरी, गणतंत्र दिवस पर दिल्ली में एक ट्रैक्टर परेड आयोजित करेंगे। राजधानी दिल्ली में मुख्य परेड के बाद एक किसान सम्मेलन होगा, हम शांतिपूर्ण समाधान चाहते हैं। किसानों ने यह भी स्पष्ट किया कि उन्हें मोदी सरकार के वादों पर विश्वास नहीं रहा।
तेज बारिश में भी डटे रहे किसान
दिल्ली में विभिन्न सीमाओं पर आंदोलनकारी किसानों के लिए समस्या तब पैदा हुई जब आज सुबह फिर से बारिश शुरू हुई। खुद को बारिश से बचाने के लिए, कुछ किसान टेंट के नीचे भाग गए और कुछ ट्राली के नीचे छिप गए। कड़कड़ाती ठंड के बीच बारिश ने ठिठुरन को और बढ़ा दिया है। बारिश में भीगे कुछ किसानों ने सरकार से कानून वापस लेने की मांग की। एक विरोध करने वाले किसान ने बताया कि हम खुद को तिरपाल और जो कुछ भी लाए हैं, उससे खुद को बचा रहे हैं।
गाज़ीपुर (दिल्ली-यूपी) बॉर्डर पर ठंड और बारिश के बीच भी कृषि कानूनों के खिलाफ विरोध प्रदर्शन जारी है। किसानों को यहां प्रदर्शन करते हुए आज 37 दिन हो गए हैं।
एक प्रदर्शनकारी ने बताया, "तिरपाल और जो कुछ भी हम लेकर आए हैं उसी से ठंड और बारिश से अपना बचाव कर रहे हैं।" pic.twitter.com/5N6ovddF7G
— ANI_HindiNews (@AHindinews) January 3, 2021
गौरतलब है कि मोदी सरकार द्वारा लाए गए तीन कृषि कानूनों और एमएसपी के कानूनी प्रावधान को रद्द करने की दो मांगों पर किसान अड़े हुए हैं। किसानों का आंदोलन पिछले 38 दिनों से चल रहा है।