बीजेपी बंगाल को जीतने के लिए साम-दाम-दंड-भेद सभी तरह के हथकंड़ों का प्रयोग कर रही है। टीमएमसी के कई नेताओं ने बीजेपी को ज्वॉइन कर लिया तो कई बीजेपी नेता टीमएमसी के खेमे में जा दुबके। हालांकि बीजेपी खेमे में गए टीमएमसी नेताओं के कारण बीजेपी बंगाल के कई नेता नाराज हो गए हैं। क्योंकि बीजेपी के पुराने बंगाल के नेताओं को लगता है कि टीमएमसी नेताओँ के बीजेपी में आने से उनका कद पार्टी में छोटा पड़ गया है। आज बीजेपी नेता और पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा बंगाल में एक मुट्ठी चावल मुहिम की शुरूआत करेंगे। मुहिम की शुरूआत बंगाल के वर्धमान से शुरू होगी। इससे पहले जब बंगाल के दौरे पर जेपी नड्डा गए थे, तब उनकी गाड़ी पर पत्थर से हमला किया गया था। जिसके बाद राजनीतिक गलियारों में काफी गर्माहट आ गई थी।
बीजेपी फिलहाल कृषि कानूनों को लेकर फंसी हुई है। हर बार किसानों से बातचीत बेनतीजा निकल रही है। नड्डा बंगाल के किसानों को लुभाने के लिए और कृषि कानूनों की जानकारी देकर किसानों की नराजगी दूर करेंगे। मोदी सरकार के सात साल के कार्यकाल में इतना बड़ा आंदोलन कभी नहीं हुआ है। यह पहली बार है जब मोदी सरकार को इतनी बड़ी चुनौती का सामना करना पड़ रहा है। ऐसे में बीजेपी बंगाल के किसानों को लुभाने के लिए दोहरी रणनीति अपना रही है ताकि आने वाले विधानसभा चुनाव में किसानों का समर्थन हासिल किया जा सके। यही कारण है कि बीजेपी अध्यक्ष बंगाल में एक मुट्ठी चावल मुहिम की शुरूआत कर रही है। इस मुहिम के तहत वह किसानों के घरों से चावल एकत्रित करेंगे, और नए कृषि कानूनों के लाभ बताएंगे। जेपी नड्डा के मुहिम शुरू करने के बाद पार्टी कार्यकर्ता राज्य के 48000 हजार गांवों में जाएंगे, और चावल एकत्रित करेंगे।
अपने बंगाल दौरे के बीच जब जेपी नड्डा डायमंड हार्बर जा रहे थे, तब उनके काफिले पर हमला किया गया था। उस समय बीजेपी ने आरोप लगाया था कि ये हमला टीएमसी समर्थकों द्वारा किया गया है। इस दौरान जेपी नड्डा की गाड़ी पर पत्थर फेंके गए, उनके अलावा कैलाश विजयवर्गीय की गाड़ी पर भी हमला हुआ। जेपी नड्डा पर हुए हमले की केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने भी कड़ी निंदा की थी।