कोरोना वायरस महामारी के बीच उत्तर प्रदेश में झांसी जिले के मऊरानीपुर तहसील क्षेत्र में एक किसान ने आर्थिक तंगी से परेशान होकर मंगलवार रात फांसी लगाकर जान दे दी। मामला लहचूरा थाना क्षेत्र के ग्राम धवाकर का है। परिजन का कहना है कि चार लाख रुपए का कर्ज था। उसे चुकाने को लेकर किसान तनाव में रहता था। 15 दिन पहले ही वह दिल्ली से लौटा था।
गांव निवासी पूरन लाल (46) पुत्र दौलत अहिरवार का शव बुधवार सुबह लगभग 7 बजे कमरे में दीवार से लगी खूंटे के सहारे लकटता मिला। बुधवार सुबह जब परिजन ने घर के मुखिया का शव देखा तो मातम छा गया। एक कपड़े के सहारे पूरन लाल ने फांसी का फंदा गले में लगाया था। आनन-फानन में सभी लोग पूरन को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले गए। जहां पर चिकित्सक ने उसे मृत घोषित कर दिया।
एसडीएम मऊरानीपुर अंकुर श्रीवास्तव ने गांव पहुंचकर परिजनों से बात की। उन्होंने बताया कि, किसान के दो पुत्र एक पुत्री हैं। एक पुत्र दिल्ली में मजदूरी करता है। पुत्री का एक साल का बच्चा बीमार था, उसकी दो दिन पूर्व मौत हुई है। इसका उन्हें सदमा लगा था। कुछ कर्ज भी था। सरकार की तरफ से आर्थिक सहायता दी जाएगी। शव का पोस्टमार्टम कराया जा रहा है।
मृतक के पुत्र नीरज ने बताया कि पिता ने दो साल पहने बहन की शादी की थी। जिसमें उन्होंने किसान क्रेडिट कार्ड से 4 लाख रुपए का कर्ज लिया था। जिसे चुकाने के लिए वे दिल्ली मजदूरी करने गए थे। लेकिन लॉकडाउन में उनका काम बंद हो गया। इसके बाद 15 दिन पहले वे गांव लौट आए। कर्ज व आर्थिक तंगी के चलते काफी परेशान रहते थे। इसी तनाव में आकर उन्होंने खुदकुशी कर ली।