देश में कोरोना मरीजों की संख्या दिन-ब-दिन बढ़ती जा रही है। इस बीच लोगों और जानकारों में कोरोना की चौथी लहर को लेकर आशंका जताई जा रही है। देश में बढ़ते मामलों पर आईसीएमआर की एडीजी सिमरन पांडा ने कहा कि यह कहना ठीक नहीं होगा कि चौथी लहर आ रही है। उन्होंने कहा, ‘हमें अभी भी जिला स्तर पर जानकारी एकत्र करने और समीक्षा करने की आवश्यकता है। कुछ जिलों में कोरोना के मामलों की बढ़ती संख्या को देखते हुए देशभर में हालात बिगड़ते जा रहे हैं। हर तरह का कोरोना चिंताजनक और खतरनाक नहीं होता।’
इससे पहले कई शीर्ष विशेषज्ञों ने कहा था कि भारत में कोरोना की नई किस्में मिलने तक चौथी लहर की संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता है। मैक्स हेल्थकेयर के निदेशक डॉ. रोमेल टिक्कू ने गुरुवार को कहा कि जब तक एक नया कोरोना टाइप दर्ज नहीं किया जाता है और पिछले वैरिएंट से अलग विशेषताएं हैं, तब तक भारत में चौथी लहर की उम्मीद नहीं है।
उन्होंने कहा कि लोग अलग-अलग जगहों की यात्रा कर रहे हैं, इसलिए देश में कोरोना के मामले बढ़ रहे हैं। भारत में कोरोना को लेकर कोई बड़ी मुसीबत आने का डर नहीं है। हालांकि, उन्होंने कोरोना के प्रकोप के संदर्भ में सावधानी बरतने और कोविड-अनुपालन व्यवहार का पालन करने की सलाह दी। उन्होंगे आगे कहा, “कोरोना एक वायरल बीमारी है, और यह अभी हमारे साथ रहने वाली है।”
देश में आज शुक्रवार को 7,584 नए मामले सामने आए। इस दौरान 24 मौतें भी हुई हैं। पिछले दस दिनों से लगातार मरीजों की संख्या में इजाफा हो रहा है। इस संबंध में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने राज्यों को सतर्क रहने का निर्देश दिया है। शुक्रवार को मिले 344 मरीजों की तुलना में गुरुवार को देश में 7240 मरीज मिले। साथ ही एक्टिव केस भी 3769 बढ़कर कुल 36,267 हो गए। वहीं अब तक मरने वालों की कुल संख्या 24 और समेत 5,24,747 हो गई है। स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा शुक्रवार सुबह 8 बजे अपडेट किए गए आंकड़ों के मुताबिक, देश में पिछले 24 घंटे में कोविड-19 मरीजों की संख्या में 7,584 का इजाफा हुआ है। कुल संक्रमितों की संख्या 4,32,05,106 है। कोरोना के खिलाफ टीकाकरण भी चल रहा है। अब तक वैक्सीन की 194.76 करोड़ से ज्यादा डोज दी जा चुकी हैं।