दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को ईडी द्वारा नोटिस भेजा गया है । जिसमें ईडी के सामने उन्हें पेश होने के आदेश दिए गए थे। लेकिन मुख्यमंत्री मध्य प्रदेश के सिंगरौली में चुनाव प्रचार करने के लिए गए हैं। वो ईडी के सामने पेश नहीं हुए । मुख्यमंत्री के कहने अनुसार ईडी का यह नोटिस राजनीती से प्रेरित है, बीजेपी के कहने पर ईडी द्वारा यह नोटिस भेजा गया है। जिसका उदेश्य सिर्फ आप को चुनाव प्रचार से रोकना है। केजरीवाल के मुताबिक यह नोटिस गैर कानूनी है और इसे वापिस लेने को कहा है। केजरीवाल के मुताबिक ईडी द्वारा भेजा गया सम्मन राजनीती से प्रेरित है।कहा जा रहा है मुख्यमंत्री इस नोटिस के खिलाफ कोर्ट भी जा सकते हैं।
आप पार्टी के अनुसार पार्टी को खत्म करने के लिए मुख्य मंत्री को ईडी द्वारा नोटिस भेजा गया है और इन सब के पीछे बीजेपी का हाथ है। ईडी ने जिस मामले में केजरीवाल को नोटिस भेजा है उसी मामले में पूर्व उप मुख्य्मंत्री मनीष सिसोदिया फरवरी से जेल में बंद है। इसी श्रेणी में आप वरिष्ठ नेता संजय सिंह भी हैं उन्हें भी गिरफ्तार किया जा चुका है।
ईडी ने मारा छापा
इसके अलावा ईडी ने मुख्यमंत्री के पेशी से पहले 2 नवंबर की सुबह दिल्ली के श्रम और समाज कल्याण मंत्री राज कुमार आनंद के 9 परिसरों में छापेमारी की गई है। छापा मार रहे निदेशालय के दलों के साथ केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) की एक टीम भी है।
ईडी से पहले सीबीआई ने करीब छह महीने तक केजरीवाल से लगभग नौ घंटे तक पूछताछ की थी। यह छापेमारी ऐसे समय में हो रही है जब आम आदमी पार्टी के कई नेता जेल में हैं। पूर्व डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया, पूर्व मंत्री सत्येंद्र जैन और राज्यसभा सांसद संजय सिंह अलग-अलग मामलों में जेल में हैं।
ईडी से पहले सीबीआई ने करीब छह महीने केजरीवाल से लगभग नौ घंटे तक पूछताछ की थी। यह छापेमारी ऐसे समय में हो रही है जब आम आदमी पार्टी के कई नेता जेल में हैं। पूर्व डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया, पूर्व मंत्री सत्येंद्र जैन और राज्यसभा सांसद संजय सिंह अलग-अलग मामलों में जेल में हैं।

