पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी की अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती के बाद अब उनकी मां गुलशन नजीर को प्रवर्तन निदेशालय ने समन भेजा है। महबूबा मुफ्ती खुद इससे पहले मनी लाड्रिंग मामले में घिरी हुई है। ईडी गुलशन नजीर से 15 अप्रैल को पूछताछ करेगी। प्रवर्तन निदेशालय के अधिकारियों ने महबूबा मुफ्ती के घर जाकर उनकी मां को समन सौंपा। अधिकारियों ने बताया कि गुलशन नजीर को राजबाग श्रीनगर स्थित कार्यालय में पूछताछ के लिए बुलाया है। गुलशन नजीर से उसी मामले में पूछताछ की जाएगी, जिसमें महबूबा मुफ्ती से 25 मार्च को की गई थी। महबूबा मुफ्ती से ईडी ने उनके श्रीनगर आवास पर तकरीबन 5 घंटे पूछताछ की थी।
पूछताछ के बाद महबूबा ने बताया था कि उनसे दो मुद्दों पर सवाल किए गए। पहला यह कि मेरे पिता मुफ्ती मोहम्मद सईद और मेरे नाम पर अनंतनाग जिले के बिजबिहाड़ा में जमीन थी, उसे क्यों और किसके लिए बेचा गया। इससे मिले पैसे को कहां और क्यों खर्च किया गया? पूछताछ का दूसरा मुद्दा सीएम के विशेषाधिकार में सीक्रेट फंड को लेकर लेकर था कि यह कहां इस्तेमाल किया गया? मुझसे मेरे पिता की जमीन और उनके मकबरे के निर्माण पर खर्च के बारे में भी पूछा गया।
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पूछताछ के बाद महबूबा ने बताया था कि उनसे दो मुद्दों पर सवाल किए गए। पहला यह कि मेरे पिता मुफ्ती मोहम्मद सईद और मेरे नाम पर अनंतनाग जिले के बिजबिहाड़ा में जमीन थी, उसे क्यों और किसके लिए बेचा गया। इससे मिले पैसे को कहां और क्यों खर्च किया गया? पूछताछ का दूसरा मुद्दा सीएम के विशेषाधिकार में सीक्रेट फंड को लेकर लेकर था कि यह कहां इस्तेमाल किया गया? मुझसे मेरे पिता की जमीन और उनके मकबरे के निर्माण पर खर्च के बारे में भी पूछा गया।
डी का आरोप है कि मुफ्ती के कार्यकाल में पूर्ववर्ती राज्य के सीएम के रूप में डायवर्ट किए गए थे। इन फंडों में से कुछ रुपये कथित रूप से नजीर और कुछ अन्य के खाते में स्थानांतरित किए गए हैं, जिसके बारे में ईडी उनसे पूछताछ करना चाहता है। जम्मू-कश्मीर पुलिस सीआईडी ने हाल ही में मां और बेटी के खिलाफ प्रतिकूल पुलिस रिपोर्टों के बाद नजीर और मुफ्ती के पासपोर्ट आवेदनों को खारिज कर दिया था।
गुलशन नजीर जम्मू-कश्मीर के पूर्व सीएम मुफ्ती मोहम्मद सईद की मां हैं।प्रिवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट (PMLA) के प्रावधानों के तहत दर्ज आपराधिक मामला ईडी द्वारा कम से कम दो डायरियों की वसूली से जुड़ा हुआ है, मुफ्ती के एक कथित सहयोगी पर छापे के बाद, जिसमें सीएम के विवेकाधिकार से किए गए कुछ कथित भुगतान हैं फंड नियमों के कथित उल्लंघन में बनाया गया था।