आखिर 4 दिन बाद चुनाव आयोग नींद से जागा। मध्य प्रदेश विधानसभा उपचुनाव में पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के द्वारा मंत्री इमरती देवी को आइटम बोल देने के मामले में आखिर चुनाव आयोग हरकत में आ ही गया। अब आयोग ने पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ को इस मामले में नोटिस भेजा है। साथ ही आयोग ने कमलनाथ को 48 घंटे का अल्टीमेटम दिया है और कहा है कि वह इस दौरान अपना स्पष्टीकरण आयोग के समक्ष दें।
याद रहे कि इस मामले में खुद कांग्रेस नेता राहुल गांधी पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ से नाराजगी जता चुके हैं । इसके बावजूद भी कमलनाथ माफी मांगने को तैयार नहीं थे। दूसरी तरफ विपक्ष में आइटम वाले मुद्दे को लेकर धरना प्रदर्शन तक किए ।
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और भाजपा नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया ने इस मामले पर धरना प्रदर्शन किया और देश में महिलाओं की मान सम्मान और इज्जत की दुहाई देकर कांग्रेस की जमकर घेराबंदी की ।
वहीं दूसरी तरफ इस मामले पर चुनाव आयोग की चुप्पी रहस्यमय हो गई थी। चार दिनों तक चुप्पी साधने के बाद आखिर अब चुनाव आयोग ने कमलनाथ को घेरे में ले लिया है। गौरतलब है कि 18 अक्टूबर को मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ डबरा विधानसभा में कांग्रेस प्रत्याशी सुरेश राजे का समर्थन करने पहुंचे थे। वहां वह जब जनसभा को संबोधित कर रहे थे तब उनकी जबान फिसल गई। इस दौरान वह अपने पद की मर्यादा तक भूल गए।
पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ भाजपा उम्मीदवार वह मध्यप्रदेश में मंत्री इमरती देवी को आइटम तक कह गए। कमलनाथ ने तब कहा था कि कांग्रेस के प्रत्याशी सुरेश राजे एक सामान्य व्यक्ति है। जबकि उनके विरोधी उम्मीदवार एक आइटम है।
इस आइटम शब्द पर मध्यप्रदेश में काफी बवाल हुआ। यहां तक की विपक्ष और पक्ष दोनों ही एक दूसरे के आमने सामने आ गए। फिलहाल मध्य प्रदेश के उप विधानसभा चुनाव में आइटम को लेकर रस्साकशी जारी है।