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हरियाणा में चेहरा चमकाने के लिए हो रहा कोरोना वायरस का इस्तेमाल

यह हरियाणा राज्य है जहां सरकार की संवेदनहीनता ने सबका ध्यान अपनी ओर आकर्षित किया है। हरियाणा सरकार पर आरोप है कि उसने यहां चेहरे चमकाने के लिए बीमारी का इस्तेमाल किया है। विपक्ष ने इस मामले को राजनीति का क्रूर चेहरा करार दिया है।

जब भारत महामारी के संकट से जूझ रहा है और सारा देश प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आह्वान पर एकजुट होकर लड़ाई में साथ दे रहा है। ऐसे समय में हरियाणा सरकार द्वारा सैनेटाइजर की बोतल पर मुख्यमंत्री और उप-मुख्यमंत्री की फोटो प्रकाशित करवाना राजनीति में सत्ता पक्ष और विपक्ष की जंग का कारण बन गया है। इस मामले में हरियाणा में राजनीति छिड़ गई है।

विपक्ष ने इसे बड़ा मुद्दा बना लिया है। हालांकि, इसका विरोध होने पर मुख्यमंत्री ने पल्ला झाड़ लिया और कहा है कि सरकार की तरफ से कोई ऐसा आदेश नहीं दिया गया था। विपक्ष ने इस मामले में भाजपा सरकार की घेराबंदी करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री को उन लोगों के खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए जिन्होंने इस मामले को अंजाम दिया। उन्होंने मौजूदा प्रदेश सरकार को संवेदनहीन करार देते हुए कहा कि ऐसे समय में भी सरकार को राजनीति सूझती है।

कांग्रेस नेता और राज्यसभा सांसद दीपेंद्र हुड्डा और कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने इसको लेकर ट्वीट किए हैं। सुरजेवाला ने लिखा है कि ये समय राजनीति का नही सेवा का है। आदरणीय खट्टर जी-दुष्यंत जी, क्या कोरोना वाइरस के कहर में आपको सस्ती राजनीति व स्वयंभू प्रचार से आगे कुछ नजर नही आता? त्रासदी देखी और सरकारी पैसे से भुनाना शुरू। इसीलिए जनता का विश्वास राजनीतिक तंत्र से उठ रहा है। विनम्र अनुरोध की इसे दुरुस्त करें।

जबकि दीपेंद्र हुड्डा ने कहा है कि राष्ट्रीय आपातकाल के दौरान भी राज्य के शीर्ष नेता राजनीतिक उद्देश्यों के लिए लोगों में सामान बांट रहे हैं। हुड्डा ने यह भी आरोप लगाया कि सीएम खट्टर और डिप्टी सीएम दुष्यंत की फोटो वाले लेबल लगाने की वजह से प्रदेश के लोगों को सैनिटाइजर बांटने में और देरी हुई है।

काग्रेस नेता दीपेद्र हुड्डा ने दावा किया है कि मेरे पास विश्वसनीय जानकारी है कि इन सैनिटाइजर की बोतलों को बनाने वाले डिस्टिलर्स को इन तस्वीरों के साथ स्टिकर लगाने के लिए मजबूर किया गया था।  उन्हें धमकी दी गई थी कि अगर वे ऐसा नहीं करते हैं तो उनके स्टॉक को नहीं उठाया जाएगा। सरकार के इस दबाव के कारण कम से कम दो-तीन दिन की देरी हुई खासकर तब जबकि इन दिनों प्रिंटिंग प्रेस भी बंद है।

हालांकि, हरियाणा में कल एक अप्रैल को कोई नया केस नहीं। जबकि गुरुग्राम से 6 ठीक होकर घर लौट चुके हैं। हरियाणा में अभी तक 13996 लोग विदेश से लौटे हैं। 29 संक्रमित मरीजों के संपर्क में 348 लोग आए हैं। 347 लोगों को अस्पताल में भर्ती किया गया है। हरियाणा में अभी तक 847 लोगों के सैंपल जांच के लिए भेजे गए हैं। इनमें से 29 पॉजिटिव मिले, जबकि 546 सैंपल नेगेटिव मिले हैं। 244 की रिपोर्ट का अभी इंतजार है।

गौरतलब है कि हरियाणा में अब तक कोरोना के कुल 29 मामले पॉजिटिव मिले हैं। इसमें सबसे ज्यादा 10 गुरुग्राम से हैं। वहीं इसके बाद फरीदाबाद में 6, पानीपत में 4, सिरसा में 3, पंचकूला से 2, अम्बाला, पलवल, सोनीपत और हिसार में 1-1 मरीज मिला है। हरियाणा में अब कुल 29 केस सामने आ चुके हैं।

कोरोना वायरस के पॉजिटिव मामलों के बीच हरियाणा के लोगों के लिए एक मन को संतुष्ट करने वाली खबर यह भी है कि यहां 29 में से 10 मरीज ठीक होकर वापस घर भी पहुंच गए हैं। जिनमें गुरुग्राम से 6 मरीज, फरीदाबाद से 1, पलवल से 1 और पानीपत से 2 मरीज ठीक हुए है। जिन्हें अस्पताल से घर भेज दिया गया है।

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