बॉलीवुड के मशहूर डायरेक्टर ओनिर ने ट्वीट किया है, जो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है। अपने ट्वीट में ओनिर ने कहा कि बाल मजदूरी लाखों बच्चों के लिए सच्चाई है, जिससे निपटने में हमारी सरकारें विफल रही हैं। दरअसल, कोरोना वायरस के बीच 12 साल की बच्ची अपने परिवार का पेट भरने के लिए बीजापुर के आदेड गांव से रोजगार की तलाश में तेलंगाना के पेरूर गांव गई हुई थी, जिससे रास्ते में ही डिहाइड्रेशन का शिकार होकर उस बच्ची की मौत हो गई।
It’s a shame that she had to attempt to walk home ,did so for 3 days &did not make it .It’s a shame that a 12 year old was working as labour hundreds of kms from home . Child labour a reality for millions of children that our governments have failed to deal with . @satishacharya pic.twitter.com/TYdchDAKj1
— iamOnir (@IamOnir) April 21, 2020
इसके साथ ही ओनिर ने अपने ट्वीट में कहा कि यह शर्म की बात है एक 12 साल की बच्ची को अपने घर से 100 किलोमीटर दूर काम करना पड़ रहा है। उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा, “यह शर्म की बात है कि उसे घर से चलने की कोशिश करनी पड़ी, यह उसने 3 दिन तक किया, लेकिन नहीं कर पाई। यह शर्म क बात है कि एक 12 साल की बच्ची को मजदूरों की तरह अपने घर से 100 किलोमीटर की दूरी पर काम करना पड़ा। बाल मजदूरी उन लाखों बच्चों के लिए वास्तविकता है, जिससे निपटने में सरकारें विफल रही हैं।”
ओनिर अपने विचारों को लेकर सोशल मीडिया पर काफी एक्टिव रहते हैं। वह समसामयिक मुद्दों पर अपनी खूब राय पेश भी करते हैं। वहीं, जमलो मडकामी की बात करें तो वह अपने ही गांव के कुछ लोगों के साथ रोजगार की तलाश में आज से 2 महीने पहले मिर्ची तोड़ने तेलंगाना के पेरूर गांव गई हुई थी। लॉकडाउन-2 लगने के बाद 16 अप्रैल को तेलंगाना से वापस ये मासूम बच्ची अपने साथियों के साथ बीजापुर के लिए पैदल ही रवाना हुई। करीब 100 किमी का सफर पैदल ही तय कर 12 प्रवासी मजदूरों का दल 18 अप्रैल को बीजापुर के मोदकपाल तक किसी तरह पहुंच ही पाया था लेकिन घर से 14 किलोमीटर पहले ही बच्ची की मौत हो गई।