उत्तराखंड के चमोली जिले के गोचर में रहने वाली देवकी देवी को देवभूमि की दानवीर कहां जाए तो अतिशयोक्ति नहीं होगी। दीदी के नाम से जाने जानी वाली देवकी भंडारी ने देेश पर आए कोरोना जैसे संकट के समय पर अपने जीवन भर की कमाई को देश के नाम कर दिया। फिलहाल, उत्तराखंड नहीं बल्कि पूरे देश में देवकी भंडारी की जमकर प्रशंसा हो रही है।
देश में कोरोना वायरस (कोविड-19) महामारी की वजह से करोड़ों लोगों के लिए स्वास्थ्य और आर्थिक सुरक्षा के लिए गंभीर चुनौतियां उत्पन्न हो गई हैं। कोरोना वायरस को हराने के लिए इस समय सम्पूर्ण भारतवर्ष एक जंग लड़ रहा है। इस महामारी के चलते देश की अर्थव्यवस्था को बहुत बड़ा झटका लगा है।
बॉलीवुड सितारों, उद्योगपतियों से लेकर सेना के जवानों ने मदद के लिए हाथ आगे बढ़ाए। इस संकट की इस घड़ी में देवभूमि उत्तराखंड की मातृशक्ति देवकी भण्डारी भी मदद के लिए आगे आई हैं। उन्होंने प्रधानमंत्री राहत कोष में कोरोना वायरस के खिलाफ सरकार की लड़ाई में मदद एवं योगदान के लिए 10 लाख की धनराशि दान की है।
देवकी देवी वह महिला हैं जो आज भी किराए के मकान में रहती है। उसने अपने जीवन भर की कमाई जो एफडी आदि करके बैंकों में जमा करके रखी थी उसे निकाल कर चेक के जरिए पीएम केयर फंड में दान कर दिया है।
देवकी देवी के पति कई साल पहले स्वर्ग सिधार चुके हैं। वह स्वतंत्रता सेनानी अनुपम नेगी की पुत्री है। शायद स्वतंत्रता संग्राम सेनानी परिवार के होने के नाते देवकी देवी में अनुवांशिक गुण थे। जिसके चलते वह अपनी पूरी संपत्ति को देश में आए विपदा के संकट में दान देकर लोगों के लिए प्रेरणा का स्रोत बन गई हैं।
इसी के साथ देवकी को कोई संतान नही थी तो उन्होने एक बच्चे को गोद लिया। उसे अपने पुत्र की तरह पाला-पोसा और उसकी उच्चस्तरीय पढ़ाई भी कराई। देवकी देवी की प्रदेश के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने जमकर तारीख की है इस बाबत उन्होंने एक ट्वीट भी जारी किया है। इसके अलावा देश के कैबिनेट मंत्री डा रमेश पोखरियाल निशंक ने भी देवकी देवी की प्रशंसा की है।
देवकी के इस कदम से अभिभूत प्रदेश के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि उन्होंने वैश्विक संकट में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आह्वान पर पीएम केयर्स फंड में 10 लाख रुपए की अपनी सारी पूंजी दान कर एक अनुकरणीय उदाहरण प्रस्तुत किया है।
उन्होंने कहा कि निस्वार्थ भाव से सबकुछ त्याग और दान देने की हमारी भारतीय संस्कृति को पुनर्जीवित करते हुए देवकीजी ने अकेले होकर भी पूरे भारतवर्ष को अपना परिवार समझा और हमारे सामने एक अनुकरणीय उदाहरण पेश किया।
रावत ने कहा कि इस भारत भूमि में दानवीर कर्ण और राजा बलि की दानवीरता की कहानियां हमने सिर्फ किताबों में पढ़ी थीं। लेकिन आज साक्षात देख भी ली है। उन्होंने कहा कि कोरोना से लड़ने के लिए ऐसा हर एक प्रयास इस जंग को मजबूत करेगा और इस कठिन दौर से हमें बाहर निकालने में मदद करेगा।
देवकी भंडारी द्वारा बड़ी राशी का दान देने को लेकर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और केन्द्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने भी खुशी जाहिर की हैं। साथ ही उन्होने इस काम के लिए देवकी भंडारी की तारीफ की है। इस बाबत उन्होंने एक ट्वीट भी किया और कहा कि उन्हें हमेशा से ही उत्तराखंड की मातृशक्ति पर फक्र महसूस किया है। एचआरडी मिनिस्टर ने कहा कि वो कोरोना संकट के समय ऐसी दानवीर महिला को तहेदिल से नमन करते हैं।