दुनिया कोरोना से खौफजदा है। पहले चीन का बुहान शहर फिर इटली, ब्रिटेन और अमेरिका जैसे मजबूत राष्ट्र की बुनियाद को कोरोना ने हिला कर रख दिया, वैसी स्थिति में भारत जैसे विकासशील राष्ट्र का सहम जाना स्वाभाविक है। देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसी के मद्देनजर जनता कर्फ़्यू का एलान कर दिया। रविवार को दिनभर यह कर्फ्यू बेहद सफल रहा लेकिन ठीक शाम 5 बजे इस जनता कर्फ्यू का हवा खुद जनता ने निकाल कर रख दी।
अधिकांश लोगों को लगा कोरोना के खिलाफ़ जंग जीती जा चुकी और हुजूम बनाकर सड़कों पर निकल थाली और ताली बजाने लगे। जनता प्रधानमंत्री मोदी बात ठीक से नहीं समझ सकी। हो सकता है जिसका खमियाजा कोरोना के तीसरे फेज में भुगतना पड़े। कोरोना के बढ़ते प्रभाव को बेअसर करने के यह फैसला जिम्मेदारी भरा था।
देश के अन्य कई मुख्यमंत्री ने भी अपने राज्य में लॉकडाउन घोषित कर आने वाले विपदा को रोकने की इच्छाशक्ति दिखाई है। रविवार रात को दिल्ली के मुख्यमंत्री और उप-राज्यपाल अनिल बेंजल संयुक्त रूप से प्रेस कांफ्रेंस कर अगले 31 मार्च तक दिल्ली में लॉक डाउन की घोषणा कर दी।
राजधानी दिल्ली में कुछ जरूरत की चीज़ों को छोड़ कर सभी चीजें बन्द कर दी गई है। लोगों को घरों में रहने का निर्देश दिया गया है। पर कई जगहों पर यह देखा जा रहा दिल्ली की जनता ने उन निर्देशों का न केवल माखौल उड़ा रही है बल्कि दूसरे के जान की दुश्मन भी बन बैठी है। इस लिए खुद दिल्ली के मुख्यमंत्री सोशल मीडिया के सहारे आह्वान कर रहे कि लॉकडाउन का पालन कीजिए वरना सरकार को सख्ती दिखानी पड़ेगी।
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने भी लॉक डाउन का पालन करने और कानून न तोड़ने की अपील की है। लेकिन इन सारे अपील धत्ता बता महाराष्ट्र और बिहार में लोग भारी संख्या में घरों से बाहर निकल रहे है। जत्थे बनाकर सड़कों पर घूम रहे हैं। कई जगह सड़कों पर जाम जैसी स्थिति बनी हुई है। ऐसी सूरत में कोरोना के तीसरे चरण में पहुंचते ही स्थिति भयंकर होनी तय है।
बता दें कि स्पेन इटली और अमेरिका में तीसरे चरण में कोरोना बहुत तेजी से फैला और शुरुआत में इस संक्रमण से गिनती के कुछ लोग ही संक्रमित हुए थे आज वहां उसकी तादात लाखों में पहुंच चुकी है। मरने वालों की संख्या हजारों में बताई जा रही है। भारत अभी तक उस चरण से नहीं गुज़रा है और इससे बचने का एक मात्र यही रास्ता है कि पूरे देश के लोग सरकार के लॉकडाउन के फैसले का कठोर रूप से पालन करे। सतर्क रहें और अपने साथ दूसरों का भी ख्याल रखें।