कोरोना महामारी की दूसरी लहर से देश को राहत नहीं मिल पा रही है। इसका प्रकोप इस कदर बढ़ रहा है कि पिछले चार दिनों से लगातार तीन लाख से ज्यादा मामले दर्ज हो रहे हैं। इसकी वजह से अस्पतालों में लोगों को बेड नहीं मिल पा रहे हैं। जो मरीज भर्ती हैं उन्हें ऑक्सीजन और जरुरी दवाइयां मिलने में कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। ऐसी हालत अभी तक तक दुनिया के किसी भी देश में नहीं हुई । केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक बीते 24 घंटों में देशभर में 3 लाख 49 हजार नए मामलों की पुष्टि की गई , जबकि 2 हजार 760 लोगों की मौत हुई है । पिछले तीन दिन में देश में 7 हजार 500 लोगों की मौत हुई है। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली और महाराष्ट्र में मौतों का आंकड़ा लगातार बढ़ रहा है।
राजधानी दिल्ली में बढ़ते मामलों को लेकर मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने एक सप्ताह के लिए लॉकडाउन को बढ़ा दिया है। उन्होंने कहा कि अब ये लॉकडाउन अगले सप्ताह खुलेगा। इस बीच सभी आवश्यक सेवाएं उसी तरह से जारी रहेंगी जैसी पहले जारी थी। बता दें कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने 19 अप्रैल को छह दिन के लॉकडाउन की घोषणा की थी जो कल 26 अप्रैल सोमवार सुबह पांच बजे तक लागू था ।अब इसे तीन मई तक बढ़ा दिया गया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि संक्रमण की कड़ी को तोड़ने और स्वास्थ्य ढांचे को मजबूत करने के लिए यह लॉकडाउन लागू किया गया था।
दिल्ली को अब 490 मीट्रिक टन आक्सीजन जारी की गई है। कल केंद्र सरकार ने 10 टन और बढ़ाई है।लेकिन दिल्ली में 335 मीट्रिक टन तक ही आक्सीजन पहुंच रही है। केजरीवाल ने कहा कि अधिकारी रात दिन लगे हुए हैं। कई जगह हम सफल हुए हैं कुछ जगह फेल भी हुए हैं। मगर हम पूरी मेहनत से लगे हुए हैं।
सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि अभी संक्रमण दर को कम नहीं किया जा सका है, संक्रमण दर को और भी कम किए जाने को लेकर ये कदम उठाया गया है। कोरोना की मार से महाराष्ट्र सबसे प्रभावित राज्य है। यहां प्रतिदिन 65 हजार से अधिक मामले सामने आ रहे हैं। जबकि 600 से 700 लोगों की हर दिन जान जा रही है। दिल्ली में भी 357 लोगों ने जान गंवाई। दिल्ली, उत्तर प्रदेश, केरल, और कर्नाटक में रोजाना 20 हजार से अधिक मामले सामने आ रहे हैं। छत्तीसगढ़ भी कोरोना वायरस से बुरी तरह प्रभावित है और यहां हर दिन 15 हजार से अधिक मामले आ रहे हैं।
मंत्रालय की ओर से जारी आंकड़ों के मुताबिक महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश, नई दिल्ली, कर्नाटक, छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश, केरल, गुजरात, तमिलनाडु, राजस्थान, बिहार और पश्चिम बंगाल समेत 12 राज्यों में संक्रमण के मामलों में तेजी देखी जा रही है। देश में संक्रमण के कुल मामलों में से 74.15 फीसदी केस महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश, दिल्ली, कर्नाटक, केरल, छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश, तमिलनाडु, गुजरात और राजस्थान से हैं।