एनसीपी के नेता अजित पवार ने भाजपा के साथ जाकर सरकार बनाने का फैसला लिया तो उन्हें गठबंधन की सरकार में डिप्टी सीएम का पद दिया गया । हालांकि सुप्रीम कोर्ट के एक फैसले ने उन्हें अपना फैसला बदलने पर मजबूर किया और उपमुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने के बाद वह फिर से एनसीपी में ही आ गए । शाम उद्धव ठाकरे सीएम पद की शपथ लेंगे , लेकिन उपमुख्यमंत्री पद के लिए अभी तक एनसीपी की ओर से किसी के नाम पर मुहर नहीं लग पा रही है ।
अभी यह सामने नहीं आया है कि शरद पवार द्वारा अजित पवार को इस पद पर बैठाने का जो विरोध हो रहा है , वह विरोध पार्टी के भीतर का है , या गठबंधन के नेताओं का । इस सब के बीच अजित पवार को डिप्टी सीएम बनाने की मांग उठने लगी है । बारामती के किसान प्रदर्शन कर रहे हैं और शरद पवार से अजित पवार को डिप्टी सीएम बनाने की मांग की जा रही है ।
बता दें कि अजित पवार एनसीपी के नंबर -2 के नेता कहे जाते थे , लेकिन भाजपा के साथ जाकर बागी तेवर दिखाने वाले अजित पवार की अब स्थिति पार्टी में क्या होगी, यह आने वाले समय में तय हो जाएगा । हालांकि इससे पहले शरद पवार अपनी पार्टी और परिवार में से किसी को भी कमजोर होता नहीं देखना चाहते । यही कारण है कि वह अजित पवार को ही डिप्टी सीएम बनाना चाहते हैं , लेकिन इसका ऐलान नहीं हो पा रहा है । अब इसके पीछे चाहे किसी का भी विरोध हो , लेकिन अजित पवार को डिप्टी सीएम बनाने की मांग अब सड़कों पर होने लगी है । पवार को उपमुख्यमंत्री बनाने के लिए प्रदर्शन कही राजनीति का हिस्सा तो नहीं ?
महाराष्ट्र के बारामती के किसान इस समय अजित पवार को डिप्टी सीएम बनाने की मांग की जा रही है । इन लोगों का कहना है कि वह किसानों का दर्द समझते हैं इसलिए उन्हें ही उपमुख्यमंत्री बनाया जाए । इन किसानों को कुछ अन्य किसान संगठनों का समर्थन मिलता दिख रहा है, जिसके चलते नए गठबंधन पर एक तरह का दबाव बनाया जा रहा है कि वो अजित को इस पद पर बैठाकर किसानों को संतुष्ट कर सकें।