दिल्ली हिंसा में मारे गए आईबी अफसर अंकित शर्मा हत्या के आरोपी ताहिर हुसैन ने आज साउथ एवेन्यू कोर्ट में सरेंडर कर दिया। आम आदमी पार्टी के पूर्व पार्षद ताहिर ने कोर्ट में सरेंडर करने की अर्जी लगाई थी। ताहिर हुसैन के तरफ से कहा गया है कि उन्हें अदालत पर पूरा भरोसा है और जांच में पूरी तरह से सहयोग करेंगे।
ताहिर हुसैन ने सरेंडर करने से पहले एक टीवी चैनल से बात करते हुए कहा, “मुझे यह भी नहीं पता कि मेरा परिवार कहां है। मैं पूरी तरह निर्दोष हूं। मुझे तो पुलिस ने खुद बचाया था।” इसके बाद उन्होंने कहा, “मुझे देश के कानून पर भरोसा है। मैं निर्दोष साबित होऊंगा, यह मुझे पूरा यकीन है।”
अंकित शर्मा की हत्या मामले में उन्होंने कहा, “जांच के बाद ही उनकी मौत का कारण पता चलेगा। मैं खुद उसकी मौत से बहुत दुखी हूं। मैं उस वक्त वहां पर नहीं था। मेरे परिवार का भी कोई वहां नहीं था। मैं 24 तारीख को ही पुलिस को घर सौंपकर चला गया था। यह पूरी वारदात 25 तारीख को हुई।”
इसके बाद उन्होंने कहा, “मैं नार्कों टेस्ट के लिए भी तैयार हूं।” ये पूछे जाने पर की इतने दिनों तो वो कहां थे पर उन्होंने कहा कि वो दिल्ली और आसपास ही छिपे थे। जब उनके वकील ने सरेंडर करने को कहा तो वो आज सरेंडर करने जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि हिंसा वाले दिन लोग जबरन उनके घर में घुस आए थे।
ताहिर पर दिल्ली हिंसा मामले कुल चार मामले दर्ज किए गए हैं। एक मामला आईबी के अधिकारी अंकित शर्मा के कथित हत्या का है। वहीं दूसरा ताहिर हुसैन के घर पर मिले आपत्तिजनक सामानों से संबंधित है। इसके अलावा दो अन्य मामलों में भी ताहिर का नाम शामिल हैं। दो एफआईआर खजूरी खास और दो मामले दयालपुर थाने में दर्ज हैं।
गौरतलब है कि ताहिर हुसैन का उत्तर-पूर्वी दिल्ली में हुई हिंसा के दौरान का एक विडियो सामने आया था जिसमें उनकी छत से पेट्रोल बम और पत्थरबाजी हो रही थी। पुलिस ने आगे चलकर उसके घर के छत से भारी मात्रा में पत्थर, पेट्रोल बम और गुलेल बरामद किया था। तब उन्होंने कहा था, “मैंने हिंसा को रोकने का काम किया। मैं निर्दोष हूं। मैंने लोगों को अपनी दीवार पर चढ़ने से रोका। 24 फरवरी को पुलिस ने मेरे घर की तलाशी ली और हमें वहां से हटा दिया। बाद में हम एक सुरक्षित स्थान पर चले गए। 25 फरवरी शाम चार बजे तक पुलिस इमारत में मौजूद थी।”
गौरतलब है कि 24-25 फरवरी को उत्तर-पूर्वी दिल्ली हिंसा भड़क गया था। दिल्ली पुलिस की अपराध शाखा ताबड़तोड़ गिरफ्तारियां कर रही है। अब तक 1647 लोगों गिरफ्तारी हो चुकी है। अलग-अलग थानों में अब तक 531 एफआईआर दर्ज कराए गए हैं। इनमें से 47 मामले सिर्फ शस्त्र अधिनियम के तहत दर्ज कि गए हैं।