दिल्ली की शिक्षा व्यवस्था को लेकर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल लगातार दावा करते आए हैं कि देश की राजधानी में शिक्षा व्यवस्था में बहुत सुधार हुआ है। इसकी ही एक झलक दिखाती है हाल में जारी राज्यों के सरकारी स्कूलों की ताजा रैंकिंग लिस्ट।
देश के विभिन्न राज्यों के सरकारी स्कूलों की ताजा रैंकिंग में दिल्ली के 5 सरकारी स्कूल शीर्ष पर हैं। इन स्कूलों को देश के शीर्ष 10 राज्य संचालित स्कूलों की श्रेणी में पहला, दूसरा, नौवां (2 स्कूल) और 10वां स्थान दिया गया है। राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली सरकार के शिक्षा निदेशालय के तहत आने वाला राजकीय प्रतिभा विकास विद्यालय (आरपीवीवी) सेक्टर 10 द्वारका 1048 अंकों के साथ पहले स्थान पर है, जबकि आरपीवीवी यमुना विहार 1045 अंकों के साथ दूसरे स्थान पर है। वहीं, 995 अंकों के साथ नौवें स्थान पर तीन स्कूल, दिल्ली के सेक्टर 1 रोहिणी और सेक्टर 5 द्वारका के आरपीवीवी और टीटी नगर भोपाल में मॉडल स्कूल हैं। इसके अलावा दिल्ली के सूरजमल विहार स्थित आरपीवीवी 992 के स्कोर के साथ 10वें स्थान पर है।
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने विभिन्न राज्यों की सरकारों द्वारा चलाए जा रहे पहले दूसरे स्थान प्राप्त करने वाले स्कूलों के शिक्षा विभाग के सभी कर्मचारियों और शिक्षकों को बधाई दी।
Proud of my Team Education
Once again,Delhi Govt Schools top the Education World School Rankings, with the best state govt school in India, and 5 of top 10 state govt schools of the country being from Delhi
Congratulations to Team Education on this amazing feat. pic.twitter.com/ePhUYHhZG5
— Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) October 12, 2022
आर्मी पब्लिक स्कूल, केंद्र द्वारा संचालित स्कूलों की श्रेणी में प्रथम स्थान पर है, जिसकी दो शाखाएँ हैं, जो सदर्न कमांड पुणे और दिल्ली कैंट में स्थित हैं। इन दोनों स्कूलों का स्कोर 1127 है। दूसरे स्थान पर 1126 अंकों के साथ दिल्ली के धौला कुआं स्थित आर्मी पब्लिक स्कूल है। वहीं, तीसरा स्थान मुंबई के कोलाबा स्थित नेवी चिल्ड्रन स्कूल का है, जिसका स्कोर 1124 है।
इस रैंकिंग को एजुकेशन वर्ल्ड इंडिया और सीफोर और दिल्ली ने संयुक्त रूप से तैयार किया है। रैंकिंग 11,458 लोगों की प्रतिक्रिया पर आधारित है, जिसमें शिक्षाविद, प्रधानाध्यापक, शिक्षक, माता-पिता और वरिष्ठ स्कूल के छात्र शामिल हैं। सर्वेक्षण जून से सितंबर 2022 तक आयोजित किया गया था।