देश में महिलाओं को देवी का दर्जा प्राप्त होने के बावजूद महिलाएं असुरक्षित हैं। हाल ही में आई “नेशनल क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो” (एनसीआरबी) की रिपोर्ट के अनुसार राजधानी दिल्ली को महिलाओं के लिए सबसे असुरक्षित करार दिया गया है। रिपोर्ट के अनुसार दिल्ली में प्रतिदिन बलात्कार व यौन उत्पीड़न के 2 मामले सामने आते हैं जो चिंता का विषय है ।
भारत ऐसा देश है जहाँ महिलाओं को देवी का दर्जा प्राप्त है लेकिन आज़ादी के 75 वर्ष पूरे होने के बाद आज भी देश में महिलाएं खुद को असुरक्षित महसूस करती हैं। हाल ही में आई “नेशनल क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो” (एनसीआरबी) की रिपोर्ट के अनुसार दिल्ली को महिलाओं के लिए सबसे असुरक्षित करार दिया गया है। वो भी देश की राजधानी में जहां से देश की जनता के हितों की बात होती है।
रिपोर्ट के अनुसार दिल्ली में प्रतिदिन बलात्कार व यौन उत्पीड़न के 2 मामले सामने आते हैं। साल 2021 में दिल्ली में महिलाओं के साथ 13 हजार 892 यौन शोषण के मामले दर्ज किए गए। इन आंकड़ों में साल 2020 की तुलना में 40 प्रतिशत वृद्धि हुई है। ये आंकड़े साल 2020 में 9 हजार 782थे । गौरतलब है कि हाल ही में एनसीआरबी ने 19 महानगरों के सर्वे के बाद अपनी रिपोर्ट पेश की है। जिसके के अनुसार सभी महानगरों में कुल मिलाकर 43 हजार 414 केस दर्ज किये गए हैं । जिसमें दिल्ली प्रथम स्थान पर है जहाँ कुल अपराधों में से 32.20 प्रतिशत मामले सामने आए , मुंबई दूसरे स्थान पर जहाँ 5 हजार 543 मामले सामने आए जो कुल अपराधों का 12.76 प्रतिशत है वहीं बेंगलुरु तीसरे स्थान पर रहा जहाँ बलात्कार के 3 हजार 127 मामले दर्ज किये गए जिनका कुल अपराधों में 7.2 फीसदी योगदान रहा।
दिल्ली में बलात्कारों के मामले के साथ ही अपहरण, घरेलु हिंसा और साइबर क्राइम और आत्महत्या के आंकड़े भी सामने आए हैं।
अपहरण : 19 महानगरों के परीक्षण में बलात्कार के साथ अपहरण के मामलों में भी दिल्ली पहले स्थान पर रहा है। सभी महानगरों को मिलाकर जहाँ 8 हजार 664 आंकड़े दर्ज किये गए थे वहीं अकेले दिल्ली में अपहरण के 3 हजार 948 मामले सामने आए। जबकि घरेलू हिंसा के 4 हजार 674 मामले दर्ज किये गए हैं। आंकड़ों के अनुसार , पुलिस ने 5 हजार 274 अपहृत लोगों को बचा पाई, जिनमें 3 हजार 689 महिलाएं शामिल हैं। 17 लोग मृत पाए गए, जिनमें आठ महिलाएं थी।
राजधानी दिल्ली में महिलाओं की बढ़ती असुरक्षा को देखते हुए दिल्ली महिला आयोग अध्यक्ष, ‘स्वाति मालीवाल’ ने ट्वीट करते हुए कहा कि ‘एनसीआरबी के अनुसार 2021 में महिलाओं के खिलाफ होने वाले अपराध 41फीसदी बच्चों के खिलाफ अपराध 32 फीसदी बढ़ गए हैं। जो चिंता का विषय है।