अहमदाबाद में खुली जगहों पर नॉनवेज बेचने को लेकर नगर निगम के तुग़लकी फरमान के बाद मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल को कहना पड़ा कि लोग नॉनवेज या वेज कुछ भी खाने के लिए स्वतंत्र हैं।
दरअसल ,अहमदाबाद नगर निगम ने खुली जगहों पर नॉनवेज फूड आइटम बेचने पर प्रतिबंध लगा दिया है। नगर निगम ने अपने फरमान में कहा है कि शहर में मुख्य जगहों पर100 मीटर के दायरे में किसी भी दुकान पर मांस नहीं बिकेगा। सिर्फ अहमदाबाद ही नहीं वडोदरा और राजकोट में ये नियम लागू हो चुका है।नगर निगम के इस फैसले से रेहड़ी पटरी पर नॉनवेज बेचने वाले लोग बहुत नाराज हैं।उनका कहना है कि अगर बंद कर रहे हैं तो नौकरी दीजिए।
इस मामले को लेकर राजनितिक विशेषकों का कहना है कि गुजरात मे नॉनवेज का ठेला लगाने वाले कई परिवार अपना गुजरा करते हैं। अगर इसे बंद कर दिया जाएंगा तो ये लोग अपने परिवा रका गुजरा कैसे करेंगे ।
इस मामले को लेकर श्रमिक संगठन हाई कोर्ट जाने की तैयारी कर रहे है। इस को लेकर उन्होंने कहा गुजरात में सड़क किनारे ठेले लगा के कई परिवारों की आजीविका चलती है। अगर इसे ही बंद कर दिया जाएगा तो इनका गुजर बसर कैसे चल पाएगा । इसलिए हम नगर निगम के इस फैसले के खिलाफ कोर्ट जायेंगे।अहमदाबाद श्रमिक संगठन के अध्यक्ष राकेश महेरिया ने कहा कि जिनका अंडे का काम नहीं है। उनको भी उठाया जा रहा है। अब हम हाई कोर्ट जा रहे हैं। सरकार को इस मामले में ठोस कदम उठाना चाहिए।
इस मामले में वडोदरा की डिप्टी मेयर नंदा जोशी का कहना है कि महिलाओं की मांग थी कि जब नॉन वेज की लारी के सामने से जाते हैं, तो आंखों में जलन होती है। रास्ते में स्कूटर चलाते समय मुश्किल होती है। पहले राजकोट नगर निगम ने खुले में नॉनवेज या अंडा बेचने पर पाबंदी लगाई तो फिर वडोदरा नगर निगम ने भी खुले में इसकी बिक्री पर पाबंदी लगाईं है।
दोनों नगर निगम की तरफ से कहा गया था कि खुले में नॉनवेज बेचने वालों के साथ-साथ खुले में नॉनवेज खाने वालों के खिलाफ़ भी कार्रवाई की जाएगी। इस मामले में आम लोगो का कहना है। आपको प्रॉब्लम है। तो अलग से जगह दे दो ताकि वहा जा के काम किया जाये। जबकि कई लोगों का कहना है कि चुनाव नजदीक आ रहे है इसलिए इस तरह के फैसले लिए जा रहे हैं।
It is not a question of vegetarian and non-vegetarian. People are free to eat whatever they want. But the food being sold at stalls should not be harmful & the stalls should not obstruct traffic flow: Gujarat CM Bhupendra Patel in Anand pic.twitter.com/0839VdSjrp
— ANI (@ANI) November 15, 2021
गौरतलब है कि इस मामले के लेकर अहमदाबाद म्यूनिसिपल कॉरपोरेशन की टाउन प्लानिंग कमेटी के अध्यक्ष देवांग दानी का कहना है कि अहमदाबाद से शिकायतें आ रही थीं कि जनमार्ग परनॉनवेज की दुकाने लगी हैं, तो अब टाउन प्लानिंग कमेटी ने निर्णय लिया है कि स्कूल, कॉलेज, कम्युनिटी हॉल, मंदिर और सड़कों के किनारे मछली, अंडा, नॉन वेज की लारी लगाने की अनुमति नहीं होगी । वही मामले को दखते हुए मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने भी बयान जारी किया है। इस पर उनका कहना है कि यहां सवाल वेज या नॉनवेज का नहीं है। लोगों को पूरी स्वतंत्रता है वो जो भी खाना चाहें खा सकते हैं। लेकिन जो भी खाद्य पदार्थ बिक रहा है, वो साफ और सुरक्षित हो, साथ ही सड़कों पर इन दुकानों की वजह से ट्रैफिक को किसी तरह की दिक्कत ना हो।
इससे पहले भावनगर, जूनागढ़ , राजकोट और बड़ोदा म्युनिसिपल कॉर्पोरेशन ने धार्मिक स्थलों के आस-पास और सार्वजनिक मार्गों पर नॉनवेज और अंडे की दुकान नहीं लगाने के आदेश दिए गए थे।