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बिपरजॉय चक्रवात लेता जा रहा भयानक रूप।

 

‘बिपरजॉय’ ‘बेहद गंभीर चक्रवात’ के रूप में तब्दील हो चुका है। भारत के तटीय क्षेत्र जैसे मुबंई और गुजरात के कई इलाकों में इसके प्रभाव देखे जा रहे हैं। इन इलाकों में बारिश भी शुरू हो गई है। कच्छ, पोरबंदर, जामनगर, जूनागढ़ और मोरबी के तटीय जिलों से लोगों को दूसरी जगह शिफ्ट किया जा रहा है, और समुन्द्र किनारे जाने चेतावनियां भी दी जा रही हैं। चेतावनियों के बाद भी लोगों के मुंबई गेट वे ऑफ़ इंडिया गए 6 युवाओं को समुन्द्र में बहते हुए देखा गया है। सभी जगह अलर्ट जारी कर दिए गए हैं। कई दिनों के प्रभाव में चल रहा यह चक्रवात दिन-प्रतिदिन विशाल रूप कायम किये जा रहा है। न केवल समुंद्री क्षेत्रों में बल्कि इसका असर रेलवे में भी देखने को मिल रहा है। चक्रवात के मद्देनजर पश्चिम रेलवे की कई ट्रेनें भी प्रभावित हुई हैं।

 

पश्चिम रेलवे ने शक्तिशाली चक्रवात ‘बिपरजॉय’ के मद्देनजर गुजरात के तटीय क्षेत्रों की ओर जाने वाली 50 से ज्यादा ट्रेनों को शॉर्ट टर्मिनेट किया और अगले तीन दिनों में कई ट्रेनों को रद्द करने पर विचार कर रहा है। इसी तरह, उत्तर पश्चिम रेलवे ने कुछ ट्रेन सेवाओं को रद्द भी कर दिया है, क्योंकि ‘बिपारजॉय’ के 16 जून को दक्षिण-पश्चिम राजस्थान में प्रवेश करने की संभावना है, अधिकारियों के द्वारा सोमवार (12 जून) को इस बात की जानकारी दी गई थी।

15 जून को अधिक खतरा

चक्रवात बिपरजोय अरब सागर में केंद्रित, पोरबंदर के दक्षिण-पश्चिम में लगभग 450 किमी की दूरी पर है। मौसम वैज्ञानिकों द्वारा अनुमान लगाया गया है कि इसका पूर्वानुमान उत्तर दिशा में बढ़ने का है। यह 15 जून की दोपहर तक कच्छ के तट को पार करेगा, जिसकी रफ्तार 125-135 किमी प्रति घंटा अनुमान लगाया गया है। मौसम विज्ञान महानिदेशक डॉ. मृत्युंजय महापात्रा ने बताया कि ’15 जून को सबसे अधिक खतरा है और सब लोगों को घर के अंदर सुरक्षित स्थान पर रहें। इसके आने से पेड़, बिजली के खंबे, सेलफोन टॉवर उखड़ सकते हैं जिसकी वजह से बिजली और दूरसंचार में व्यवधान आ सकता है। इसकी वजह से खड़ी फसलों का भी नुकसान होगा।’

कहीं लू तो कहीं बारिश

स्थानीय (इंडिया मेटियोरोलॉजिकल डिपार्टमेंट) विभाग के अनुसार, बिपरजॉय चक्रवात के कारण राजस्थान में शनिवार को लू की स्थिति जारी रहेगी, जबकि राज्य के कुछ हिस्सों में बारिश होने की संभावना है। कल से राज्य के कुछ हिस्सों में चक्रवाती तूफान और बारिश हो सकती है। बता दें, राजस्थान के दक्षिणी और पश्चिमी हिस्सों में 14-15 जून को बारिश हो सकती है। वहीं, जोधपुर और उदयपुर जिलों में आंधी के साथ बारिश की भी संभावना है। वहीं गुजरात, महाराष्ट्र, गोवा और अन्य तटीय क्षेत्रों को शनिवार को अलर्ट पर रखा गया है, क्योंकि मौसम विज्ञानियों ने चेतावनी दी थी कि अगले 24 घंटों में अरब सागर के ऊपर ‘बिपरजॉय’ तेज होगा। अरब सागर तट पर वलसाड के तीथल बीच पर ऊंची लहरें देखे जाने के बाद इसे 14 जून तक पर्यटकों के लिए बंद कर दिया गए है।

आईएमडी के अनुसार, बिपरजॉय उत्तर-पूर्वोत्तर की ओर बढ़ रहा है। मौसम विभाग ने कहा कि दक्षिण भारतीय क्षेत्र में अगले चार दिनों में अत्यधिक बारिश होने की संभावना है। जहां केरल और तटीय कर्नाटक में सोमवार तक लगातार बारिश होने की संभावना है, वहीं लक्षद्वीप में रविवार तक बारिश होगी। एक रिपोर्ट के अनुसार, मुंबई, रायगढ़, रत्नागिरी और सिंधुदुर्ग जिलों सहित महाराष्ट्र के तटीय इलाकों में अगले 24 घंटों में तेज हवाएं चलने की चेतावनी जारी करदी गई है।

आईएमडी ने यह भी कहा कि ‘मानसून अपने निर्धारित समय से सात दिन देरी से गुरुवार को दक्षिण भारतीय राज्य पहुंचा। मौसम विभाग द्वारा यह घोषणा ऐसे समय में की गई है जब वैज्ञानिकों ने चेतावनी दी है कि चक्रवात बिपरजोय के कारण प्रायद्वीप पर धीमी प्रगति के साथ मौसम प्रणाली की शुरुआत कमजोर रहने की संभावना सामने आ रही थीं। आईएमडी के महानिदेशक एम महापात्रा के अनुसार 15 जून के बाद ही बारिश में तेजी आने की उम्मीद है।

श्रेणियों में बंटे चक्रवात

हवा की रफ्तार के हिसाब से इन चक्रवातों को पांच श्रेणियों में बांटा जाता है। श्रेणी एक में 119 किलोमीटर प्रति घंटा से 153 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार, श्रेणी दो में 154 से 177 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ़्तार, श्रेणी तीन में 178 से 208 किलोमीटर प्रति घंटा रफ़्तार, श्रेणी चार में 209 से 251 किलोमीटर प्रति घंटा और श्रेणी पांच में 252 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ़्तार और उससे अधिक रफ्तार के तूफान आते हैं।

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