साईबर सिटी गुरुग्राम संकट मे है। भारत का पहला पूरी तरह से निजी वित्तपोषित रैपिड मेट्रो सिस्टम गुरुग्राम मेट्रो अपने आर्थिक संकट के कारण बंद होने की कगार पर है। कंपनी प्रवक्ता के अनुसार, कंपनी कुछ समय से काफी नुकसान झेल रही है, जिसके कारण आगे से काम नहीं कर पाएगी। आज इसकी डेडलाईन की आखिरी तारीख है। आज यह सेवा बंद हो सकती है। इससे साईबर सिटी गुरुग्राम के 60,0000 यात्रियों को संकट का सामना करना पड़ सकता है।
गत 6 सितंबर को अदालत ने गुरुग्राम में रैपिड मेट्रो रेल प्रोजेक्ट को बंद करने के फैसले पर रोक लगा दी थी। रैपिड मेट्रो रेल गुड़गांव लिमिटेड 9 सितंबर से इसका परिचालन रोकने जा रही थी । पंजाब और हरियाणा हाई कोर्ट की डिवीजन बेंच ने सोमवार ( 16 सितंबर 2019 ) तक इसकी दोनों लाइनों पर इसका ऑपरेशन जारी रखने का आदेश दिया था।
इसकी बंदी पर रोक लगाने के लिए दायर याचिका में कहा गया था कि रैपिड मेट्रो गुड़गांव लिमिटेड ने 7 जून को एक विवादित नोटिस के जरिये इस सेवा को खत्म करने वाले प्रावधान को लागू कर दिया था। हालांकि एनसीएलएटी के 4 फरवरी के आदेश में कहा गया था कि प्रतिवादी को इस संबंध में जस्टिस जीके जैन से अनुमति लेनी होगी । क्योंकि उन्हें ही आईएलएंडएफएस इन्फ्रास्ट्रक्चर और रैपिड मेट्रो कंपनी जैसी समूह की कंपनियों के रेजोल्यूशन प्रोसेस की निगरानी की जिम्मेदारी दी गई है । कंपनी के प्रवक्ता ने कहा था कि हमने हरियाणा सरकार को लिखा है कि कंपनी 9 सितंबर से इस सेवा को नहीं चला सकती है। हमने सरकार से अधिग्रहण का आग्रह किया है और हम उत्तर की प्रतीक्षा कर रहे हैं।
गुरुग्राम महानगर विकास प्राधिकरण (जीएमडीए) के मुख्य कार्यपालक अधिकारी वी उमाशंकर के अनुसार हरियाणा सरकार द्वारा अधिग्रहण का मामला आसान नहीं है। यह मामला नेशनल कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल (एनसीएलटी) में पहले से ही लंबित है। उमाशंकर के अनुसार जब तक एनसीएलटी कोई निर्णय नहीं देता, तब तक जीएमडीए के पास मेट्रो को लेने की कोई गुंजाइश नहीं है
गुरुग्राम में रैपिड मेट्रो रेल सेवा दो चरणों में संचालित हो रही है। पहले चरण में कंपनी ने 5.1 किलोमीटर का ट्रैक बनाया था, जो शंकर चौक से सिकंदरपुर डीएमआरसी स्टेशन तक राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 8 को जोड़ते हुए छह स्टेशनों को कवर करता है। 1,450 करोड़ रुपए की लागत से तीन वर्षों में निर्मित यह सेवा नवंबर 2013 में जनता के लिए खोली गई थी। रैपिड मेट्रो से सबसे अधिक यात्री गुरुग्राम कॉरपोरेट कंपनियों में काम करने वाले सफर करते हैं।
यहां पर बता दें कि रैपिड मेट्रो हरियाणा के गुरुग्राम शहर में संचालित एक मेट्रो प्रणाली है। यह प्रणाली सिकंदरपुर मेट्रो स्टेशन पर दिल्ली मेट्रो की येलो लाइन के साथ इंटरचेंज प्रदान करती है। रैपिड मेट्रो की कुल लंबाई 11.7 किलोमीटर है। इस रूट पर कुल 11 स्टेशन हैं।
यहां यह भी उल्लेखनीय है कि गुरुग्राम शहर को जाममुक्त बनाने के लिए हुडा सिटी सेंटर से मेट्रो का विस्तार करके इसे रैपिड मेट्रो के साइबर सिटी स्टेशन से जोड़ा जाएगा। मेट्रो रेल लाइन की कुल लंबाई 31.11 किलोमीटर है। इसमें 25 स्टेशन होंगे, जिसमें छह इंटरचेंज स्टेशन होंगे। इस मेट्रो लाइन के निर्माण पर अनुमानित लागत 5126 करोड़ रुपये होगी और इसके वर्ष 2023 में चालू किए जाने की संभावना है।