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Covishield को EU के 7 देशों और स्विट्जरलैंड ने दी मंजूरी, अब भारतीय कर सकेंगे यूरोप की यात्रा

Covishield

आठ यूरोपीय देशों ने भारत के कोविशील्ड वैक्सीन को मंजूरी दे दी है। इसलिए अब भारत में जिन लोगों को कोविशिल्ड का टीका लगाया गया है, उन्हें इन यूरोपीय देशों में यात्रा करने की सुविधा मिलेगी। कोविशील्ड का गैर-अनुमोदन यूरोपीय संघ और भारत के बीच विवाद बना हुआ था ।

जर्मनी, स्लोवेनिया, ऑस्ट्रिया, ग्रीस, आइसलैंड, आयरलैंड, स्पेन और स्विटजरलैंड ने कोविशील्ड को मंजूरी दी है। 30 जून , बुधवार को भारत ने यूरोपीय संघ को चेतावनी दी थी। भारत ने यूरोपीय संघ से कहा है कि अगर वह भारतीय वैक्सीन को मंजूरी नहीं देता है, तो यूरोप के पर्यटकों को 14 दिनों के लिए क्वारंटाइन में रहना होगा। सूत्रों के मुताबिक यूरोपीय संघ के डिजिटल कोविड सर्टिफिकेट में कोविशील्ड (Covishield) और कोवैक्सीन को अधिसूचित किया जाना चाहिए ताकि भारत से यात्रा करने वाले नागरिकों को किसी प्रकार की असुविधा का सामना न करना पड़े।

किसी भी देश की यात्रा के लिए वर्तमान में वैक्सीन पासपोर्ट की आवश्यकता होती है।  भारत ने यह भी चेतावनी दी थी कि यूरोपीय नागरिकों को भारत में क्वारंटाइन किया जाएगा। विदेश मंत्रालय के सूत्रों ने कहा कि अगर यूरोपीय संघ ने अपना रुख नहीं बदला तो भारत भी टीकाकरण प्रमाणपत्रों पर जवाबी कार्रवाई की नीति लागू करेगा। अगर यूरोपीय संघ ऐसा नहीं करता है तो वैक्सीन ले जाने वाले पर्यटकों को 14 दिन के क्वारंटाइन में रखना होगा।

यूरोपीय संघ ने अपनी ग्रीन पास योजना के तहत यात्रा में ढील दी है। सूत्रों के अनुसार, भारत ने यूरोपीय संघ के 27 देशों से उन भारतीयों को यूरोप की यात्रा करने की अनुमति देने पर विचार करने के लिए कहा है, जिन्हें कोविशील्ड और को वैक्सीन का टीका लगाया गया है।

यूरोपीय संघ की डिजिटल कोविड सर्टिफिकेट योजना ‘ग्रीन पास’ 1 जुलाई से लागू हो गई है। इसके तहत जिन लोगों को कोरोना प्रकोप के समय टीका लगाया गया है, उन्हें ग्रीन पास वाले देशों की यात्रा करने की अनुमति होगी। सूत्रों के मुताबिक, भारत ने यूरोपियन मेडिकल एजेंसी को बताया है कि भारत में टीका लगाए गए लोगों की साख कोविन पोर्टल पर सत्यापित की जा सकती है। साथ ही ग्रीन पास लाने वालों को भारत में क्वारंटाइन से बाहर रखा जाएगा।

यूरोपीय चिकित्सा एजेंसी ने पहले ग्रीन पास के लिए फाइजर-बायोएंटेक, मॉडर्न, ऑक्सफोर्ड-एस्ट्राजेनेका वैक्सगेरिया और जॉनसन एंड जॉनसन के टीकों को मंजूरी दी थी।

Covishield दुनिया में पांचवें स्थान पर है

ChAdOx1 nCoV-2019 यानि ऑक्सफोर्ड/एस्ट्राजेनेका यानी कोविशील्ड (Covishield) सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया में बना है। यह वैक्सीन पांचवें में आती है। इसकी क्षमता 70 प्रतिशत है। दोनों खुराक लेने के बाद भी इस टीके की क्षमता 90 प्रतिशत बनी रहती है।

चौथा नोवावैक्स कंपनी का टीका है

नोवावैक्स का NVX-CoV2373 वैक्सीन चौथे स्थान पर आता है। कोरोना के खिलाफ इसकी प्रभावशीलता 89 प्रतिशत है। उल्लेखनीय है कि भारत में फिलहाल चार कोरोना वैक्सीन को मंजूरी मिल चुकी है। आधुनिक अमेरिकी वैक्सीन को भी हाल ही में मंजूरी दी गई है।

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