कोरोना के XE वेरिएंट की वजह से चीन में एक बार फिर हाहाकार मचा हुआ है। शंघाई शहर में कोरोना ने हालत खराब कर दी है। यहां प्रशासन ने लॉकडाउन घोषित कर दिया है। अब भारत में भी इस नए XE वेरिएंट की एंट्री हो गई है। WHO के चीफ साइंटिस्ट सौम्या स्वामिनाथन ने मंगलवार को कहा कि इस वेरिएंट का प्रभाव डेल्टा की तरह तो नहीं होगा क्योंकि देश में बड़ी आबादी का वैक्सिनेशन हो चुका है। बता दें कि कोरोना के डेल्टा वेरिएंट ने देश में सबसे ज्यादा तबाही मचाई थी। इसी वेरिएंट की वजह से कोरोना की दूसरी लहर आई थी।
वैज्ञानिकों का कहना है कि संभव है XE वेरिएंट अन्य वेरिएंट की तुलना में 10 गुना तेज रफ्तार से फैल सकता है। प्राथमिक आंकड़ों के मुताबिक डब्लूएचओ का कहना है कि एस वेरिएंट से घबराने की जरूरत नहीं है। हालांकि इस वेरिएंट के बारे में अभी पूरी जानकारी नहीं है और अध्ययन चल रहा है।
WHO का कहना है कि इस वेरिएंट से अब तक ज्यादा गंभीर लक्षण नहीं दिखे हैं। हो सकता है कि वैक्सिनेशन की वजह से रोग प्रतिरोधी क्षमता विकसित होने के कारण ऐसा हो। उन्होंने कहा कि इस वेरिएंट पर ध्यान रखना जरूरी है। यूके में 600 सैंपल में एक्सई की पहचान की जा चुकी है।
क्या हैं XE के लक्षण?
कोरोना के नए वेरिएंट के लक्षणों में बुखार आना, गले में दर्द, खराश, सर्दी और खांसी शामिल हैं। इसके अलावा त्वचा में जलन, पेट में खराबी भी इसके लक्षण हैं।