वैश्विक महामारी कोरोना से पूरी तरह से निपटने के लिए दो सालों से दुनिया को कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। दुनिया भर के मुल्क कोरोना महामारी के खिलाफ एकजुट होकर लड़ाई लड़ रहे हैं।
इसी बीच भारत के केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने संकेत दिया है कि मार्च के बाद भारत से कोरोना के गायब होने की संभावना है। स्वास्थ्य मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारियों के अनुसार, देश में कोरोना की तीसरी लहर मार्च के अंत तक खत्म होने की उम्मीद है और चौथी लहर की संभावना नहीं है। अधिकारियों ने कहा कि दुनिया में जहां कहीं भी टीकाकरण कम हो रहा है, वहां कोरोना के नए वेरिएंट के चलते स्थिति बिगड़ सकती है, लेकिन भारत में इसकी संभावना कम है।
दरअसल, देश में कोरोना की तीसरी लहर के आंकड़ों की जांच के बाद कयास लगाए जा रहे हैं कि भारत से कोरोना खत्म हो जाएगा। भारत में तीसरी लहर तीव्र थी लेकिन बहुत घातक नहीं थी। स्वास्थ्य अधिकारियों का कहना है कि इसके ठोस वैज्ञानिक कारण हैं। भारत में अन्य देशों की तुलना में तीसरी लहर में संक्रमणों की संख्या कम थी। संक्रमण के लिए अस्पताल में भर्ती होने वालों की संख्या भी कम थी और मृत्यु दर भी कम थी। भारत में बड़ी संख्या में नागरिकों के बीच हाइब्रिड इम्युनिटी आ गई है। जानकारों का कहना है कि तीसरी लहर के बाद इम्युनिटी मजबूत हुई है।
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टीका लगने के बाद भी जो लोग कोरोना से संक्रमित हो चुके हैं उनके शरीर में जो रोग प्रतिरोधक क्षमता बनती है, उसे हाइब्रिड इम्युनिटी कहते हैं। डॉक्टरों का कहना है कि यही इम्युनिटी आपको कोरोना से बचाएगी।
जनवरी 2021 में किए गए पहले CIRO सर्वेक्षण के अनुसार, 7% आबादी संक्रमित थी और 93% आबादी को संक्रमण का खतरा था। लेकिन टीकाकरण की शुरुआत के साथ दूसरी लहर में 67 प्रतिशत संक्रमित हो गए। देश में अब 15 से 18 साल के बच्चों को टीका लगाया जा रहा है। तब से कोई तीसरा सीरो सर्वेक्षण नहीं किया गया है, लेकिन उस अवधि के दौरान ओमिक्रोन के साथ एक नए संक्रमण ने स्वास्थ्य विभाग के अनुसार देश में बड़े पैमाने पर हाइब्रिड प्रतिरक्षा को जन्म दिया है।