दिल्ली में जहां प्लाज्मा थेरेपी से एक कोरोना मरीज स्वस्थ होकर अपने घर पहुंचा है। वहीं एक चौकाने वाली खबर आ रही है। यह खबर दिल्ली के कापसहेड़ा से हैं। जहां डीसी ऑफिस के सामने ठेके वाली गली में एक ही बिल्डिंग में 41 लोगों को कोरोना पॉजिटिव पाया गया है। इस तरह एक ही बिल्डिंग से 42 लोगों के कोरोना पॉजिटिव पाए जाने से राजधानी दिल्ली में सनसनी फैल गई है।
ऐसे में जब लॉकडाउन के तीसरे चरण की तैयारी की जा रही है प्रदेश के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल दिनों दिन कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए सख्त रवैया अपनाए हुए हैं। प्लाज्मा थेरेपी के जरिए चिकित्सा में भी कई उल्लेखनीय काम किए गए हैं।
लेकिन वहीं दूसरी तरफ डीसी आफिस के पास ठेके वाली गली में कापसहेडा कि जिस बिल्डिंग में 41 लोग कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं वहां सोशल डिस्टेंसिंग का कोई ख्याल नहीं रखा गया। शायद यही वजह है कि यहां पर एक ही बिल्डिंग में 41 लोगों को कोरोना हो गया। जिस बिल्डिंग में 41 लोगों को कोरोना पॉजिटिव हुआ है वह बिल्डिंग सोनी यादव की बताई जा रही है।
सोनी यादव की इस बिल्डिंग में पहले भी एक कोरोना पॉजिटिव मिल चुका है। इसके बावजूद भी बिल्डिंग को सेनेटाइजर नही किया जाना और सोशल डिस्टेंस का पालन नहीं किया जाना सवालों और संदेह के घेरे में है। किया यह गया कि इस बिल्डिंग को सिर्फ सील कर दिया गया था।
गौरतलब है कि कापसहेड़ा स्थित इस बिल्डिंग में सोनी यादव के मकान में 18 अप्रैल को एक कोरोना पॉजिटिव पाया गया था। उसके बाद 20 मई को इस बिल्डिंग में रहने वाले करीब 175 लोगों के सैंपल जांच के लिए भेजे गए थे। जिनकी जांच आज उजागर हुई है। इस जांच में चौंकाने वाला सच सामने आया है। 175 में से 41 लोगों को कोरोना पाया गया है।
याद रहे कि दिल्ली में बीते रोज 223 कोरोना के नए मामले सामने आए। जबकि कोरोना से पीड़ित लोगों का यह आंकड़ा अब 3 हजार 780 हो गया है। दिल्ली में कोरोना वायरस की चपेट में आकर अब तक 61 लोग मौत के आगोश में समा चुके हैं।