कोरोना (Corona) संकट में मास्क वायरस के संक्रमण से बचाव के लिए एक अहम हथियार माना जा रहा है। साथ ही 6 फ़ीट की दूरी पर भी जोर दिया जा रहा है। लेकिन सस्टेनेबल सिटीज एंड सोसाइटी जर्नल में प्रकाशित एक रिपोर्ट के नतीजे बताते हैं कि शारीरिक दूरी ही केवल संक्रमण को रोकने के लिए काफी नहीं है बल्कि मास्क और वेंटिलेशन जैसी चीजें भी जरूरी हैं।
कोरोना पर नया शोध
संक्रमित व्यक्ति भी 6 फीट की दूरी के भीतर किसी व्यक्ति को संक्रमित कर सकता है। कोरोना वायरस को लेकर हर दिन नई रिसर्च सामने आ रही है। इस बिंदु पर एक नए अध्ययन में दावा किया गया है कि घर के अंदर कोरोना से बचने के लिए 6 फीट की दूरी पर्याप्त नहीं है और 6 फीट की दूरी के भीतर भी एक संक्रमित व्यक्ति दूसरे को संक्रमित कर सकता है।
क्या कहती है रिपोर्ट ?
सस्टेनेबल सिटीज एंड सोसाइटी जर्नल में प्रकाशित एक रिपोर्ट में कहा गया है कि Corona संक्रमण को रोकने के लिए केवल शारीरिक दूरी ही काफी नहीं है। लेकिन इसके लिए मास्क और वेंटिलेशन जैसी चीजों की भी जरूरत होती है। शोधकर्ताओं ने 3 चीजों की जांच की है। इनमें वातावरण के माध्यम से हवा के वेंटिलेशन की दर और कई वेंटिलेशन रणनीतियों से जुड़े इनडोर एयरफ्लो पैटर्न, बात करने के दौरान एयरोसोल उत्सर्जन मोड शामिल हैं।
अध्ययन में पाया गया कि कोई भी संक्रमित व्यक्ति बिना मास्क के किसी व्यक्ति को 6 फीट की दूरी पर बैठकर भी संक्रमित कर सकता है। यह परिणाम उन कमरों के अंदर अधिक आम है जहां वेंटिलेशन की कमी होती है। खोज में कहा गया है कि एयरोसोल्स विस्थापन वेंटिलेशन वाले कमरों में तेजी से पनपते हैं और यहां की ताजी हवा लगातार फर्श से गुजरती है और पुरानी हवा को एक निर्यात वेंट में धकेलती है। अधिकांश घरों में इस प्रकार का वेंटिलेशन सिस्टम स्थापित होता है।