राजस्थान का सियासी संकट अब समाप्ति की तरफ बढ़ने लगा है। एक तरफ खबर है कि राहुल गांधी और सोनिया गांधी से मुलाकात के बाद सचिन पायलट मान गए हैं और उन्होंने भरोसा दिया है कि वो अब बगावत को खत्म कर रहे हैं। इसी बीच कांग्रेस पार्टी की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी ने एआईसीसी से एक कमेटी बनाने को कहा है। यह अब कमेटी सचिन पायलट और उनके बागी विधायकों की तरफ से उठाए गए मुद्दों को हल निकालेगी।
इस बात की जानकारी देते हुए कांग्रेस के महासचिव के.सी. वेणुगोपाल ने कहा कि सोनिया गांधी ने एक तीन सदस्यीय समिति का गठन करने को कहा है जोकि सचिन पायलट और बागी विधायकों की ओर से उठाए गए मुद्दे को दूर करेगी। उसके बाद उचित निर्णय लिया जाएगा।
Following this meeting, Congress President Sonia Gandhi has decided that the AICC will constitute a three-member committee to address the issues raised by Sachin Pilot & the aggrieved MLA and arrive at an appropriate resolution thereof: KC Venugopal, General Secretary, AICC https://t.co/45WrCEkEfm
— ANI (@ANI) August 10, 2020
न्यूज एजेंसी एएनआई ने सूत्रों के हवाले से खबर दी है कि सचिन पायलट ने राहुल और प्रियंका के साथ मुलाकात किया और यह साफ किया है कि उनका कदम कांग्रेस पार्टी के खिलाफ नहीं बल्कि अशोक गहलोत के विरोध में है। बताया जा रहा है कि उन्होंने विस्तारपूर्वक राजस्थान सियासी संकट के पीछे की पूरी कहानी बताई है। साथ में पायलट ने ये साफ किया है क्यों उन्होंने बगावत का रास्ता एख्तियार किया।
उल्लेखनीय है कि राजस्थान विधानसभा का सत्र 14 अगस्त से शुरू होने जा रहा है। इसी बीच भाजपा ने भी टूट के डर से अपने 12 विधायकों को गुजरात भेजा दिया है। ध्यान रहे कि राजस्थान में अशोक गहलोत सरकार पर उस समय संकट मंडराया जब सचिन पायलट की अगुवाई में 19 कांग्रेसी विधायकों ने बागी रूख अपना लिया। उसके बाद सचिन पायलट को उप-मुख्यमंत्री पद से हटा दिया गया था।
राजस्थान विधानसभा सत्र 14 अगस्त से शुरू होने वाला है। जिसमें मुख्यमंत्री अशोक गहलोत बहुमत साबित करने का प्रयास करेंगे। खबरों के मुताबिक, सचिन पायलट ने राहुल और प्रियंका गांधी से अपनी और बागी विधायकों की समस्यों के बारे में भी बताया है।
गौरतलब है कि पार्टी में बगावत के बाद सचिन पायलट को प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष और उप मुख्यमंत्री के पदों से हटा दिया गया था। क्याश लगाई जा रही थी कि सिंधिया की तरह सचिन भी भाजपा में शामिल होंगे लेकिन उन्होंने यह स्पष्ट कर दिया था कि वह भाजपा में शामिल नहीं होंगे।