कर्नाटक का सियासी संकट बरकरार
कर्नाटक में चल रहे सियासी दंगल में हर क्षण पक्ष-विपक्ष एक नया दांव चल मामले को उलझाने में जुड़े हैं। कांग्रेस-जद(से) के 14 विधायकों की बगावत का मुद्दा सुप्रीम कोर्ट तो पहुंचा लेकिन नतीजा सिफर रहा है। विधानसभा के स्पीकर ने जहां तत्काल इन विधायकों के इस्तीफे पर निर्णय देने से इंकार कर दिया है वहीं यूथ कांग्रेस नेता अनिल चारो जोजफ ने एक नई याचिका सुप्रीम कोर्ट में दस इन विधायकों के इस्तीफे को दलबदल कानून की परिधि के भीतर आने की बात कही है। सुप्रीम कोर्ट अब इस याचिका पर कल सुनवाई करेगा। कल ही कोर्ट बागी विधायकों की याचिका पर भी सुनवाई करने वाली है। इस ताजे घटनाक्रम से पूर्व कर्नाटक में चल रहे सियासी नाटक के बीच कांग्रेस के 10 बागी विधायक कल मुंबई से बेंगलुरू पहुंचे। भारी सुरक्षा के बीच अपना इस्तीफा स्वीकार करने के लिए सभी ने विधानसभा के स्पीकर केआर रमेश कुमार से मुलाकात की। इन विधायकों का इस्तीफा स्पीकर ने अस्वीकार कर दिया था। इस पर विधायकों ने सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया।
कांग्रेस और जेडीएस के 10 बागी विधायकों की एक याचिका पर सुनवाई करते हुए कोर्ट ने कहा है कि स्पीकर को उनके इस्तीफों पर तत्काल ही फैसला लेना होगा। इसके साथ ही सुप्रीम कोर्ट ने बागी विधायकों से कहा कि उन्होंने आज (गुरुवार) शाम छह बजे तक स्पीकर के सामने पेश हों।
सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि इस्तीफे पर स्पीकर को आदेश जारी करेंगे। शुक्रवार को आदेश की कापी सुप्रीम कोर्ट में जमा होगी। बागी विधायकों ने कर्नाटक विधानसभा अध्यक्ष पर उनका इस्तीफा जानबूझकर स्वीकार नहीं करने का आरोप लगाया है।
हालांकि कोर्ट के आदेश के बाद विधानसभा अध्यक्ष भी सुप्रीम कोर्ट पहुंचे। स्पीकर ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल करके और वक्त की मांग की है। कोर्ट में दाखिल दायर में कहा गया है कि उनका संवैधानिक कर्तव्य और विधानसभा नियम के मुताबिक वो ये सत्यापित करने के लिए बाध्य हैं कि विधायकों के इस्तीफे स्वैच्छिक या बिना डर के हैं या नहीं। लेकिन सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें वक्त नहीं दिया और उनकी अर्जी पर जल्द सुनवाई से इनकार कर दिया।
इस बीच आज से शुरू होने वाले कर्नाटक विधानसभा के लिए कांग्रेस ने व्हिप जारी कर दिया है। जो विधायक सत्र में मौजूद नहीं रहेंगे उन्हें अयोग्य करार करने की बात कही है। बहरहाल कर्नाटक का ये नाटक खत्म होता नजर नहीं आ रहा है और लड़ाई एक बार फिर न्यायपालिका और विधायिका के बीच फंसती दिख रही है।
सभी 10 विधायक स्पीकर से मिलने के बाद मुंबई लौट गए हैं। साफ है कि विधानसभा सत्र में कांग्रेस के 13 विधायक और 3 जेडीएस विधायक समेत 2 निर्दलीय जिन्होंने बीजेपी को समर्थन दिया है वे हाजिर नहीं होंगे। साथ ही कांग्रेस के विधायक दल की बैठक में 6 विधायक मौजूद नहीं थे जिनमें से 2 ने इस्तीफा दे दिया है। कल बाकी 4 पर नजर रहेगी कि आखिर इस्तीफों के सिलसिले के बीच अब ये विधायक पहुंचते हैं या नहीं साफ है कि कर्नाटक का यह नाटक फिलहाल खत्म नहीं होगा। कांग्रेस ने अपने विधायकों को विधानसभा में रहने के लिए हिव्प जारी किया है।