रायबरेली की कांग्रेस विधायक अदिति सिंह पिछले दिनों से चर्चा में है । पहले वह 2 अक्टूबर के दिन पार्टी व्हिप के खिलाफ विधानसभा सत्र में भाग लेने पहुंचे थे । उसके बाद उसके पंजाब के विधायक अंगद सिंह से शादी की चर्चा रही । लेकिन इस बार चर्चा उनकी विधानसभा की सदस्यता को लेकर है। फिलहाल आदिति सिंह की विधानसभा सदस्यता पर तलवार लटक गई है । कारण उन्हीं की पार्टी ने उन पर विधानसभा सदस्यता खत्म करने की याचिका दायर की है । इससे कांग्रेस में गुटबाजी होने के संकेत है । साथ ही अदिति सिंह के भाजपा में जाने की कयासबाजी भी शुरू हो गई है।
गौरतलब है कि कांग्रेस विधानमंडल दल की नेता आराधना मिश्रा मोना ने रायबरेली सदर से पार्टी विधायक आदिति सिंह की सदस्यता खत्म करने के लिए विधानसभा अध्यक्ष के सामने एक याचिका दी है। यह याचिका उत्तर प्रदेश विधानसभा सदस्य दल परिवर्तन के आधार पर निर्भरता नियमावली 1987 के तहत दी गई है। आदिति सिंह ने पार्टी व्हिप के खिलाफ जाकर 2 अक्टूबर से आहूत किए गए तीन दिवसीय विशेष सत्र में हिस्सा लिया था, जबकि पार्टी हाईकमान ने इस विशेष सत्र में हिस्सा न लेने के लिए कहा था।
हाल ही में अदिति सिंह की शादी पंजाब के विधायक अंगद सिंह के साथ हुई है। शादी के फौरन बाद यह कार्यवाही की गई है। हालांकि कांग्रेस ने अदिति सिंह को कारण बताओ नोटिस दिया था और उसके बाद रिमाइंडर भी भेजा। हालांकि इसपर विधायक अदिति सिंह का कहना था कि उन्हें कोई नोटिस नहीं मिला। इसके बावजूद उनका कोई जवाब नहीं आया। वहीं इससे पहले कांग्रेस विधायक राकेश सिंह और एमएलसी दिनेश सिंह के खिलाफ भी याचिका लंबित है। इनके खिलाफ दल बदल कानून के तहत कार्रवाई की मांग की गई है।
आपको बता दें कि उत्तर प्रदेश के रायबरेली से कांग्रेस विधायक अदिति सिंह और पंजाब के नवांशहर के विधायक अंगद सिंह 21 नवंबर को विवाह बंधन में बंधे थे। विधायक जोड़े ने दिल्ली के जोरबा होटल में सात फेरे लिए थे, समारोह में चुनिंदा लोगों को ही बुलाया गया था। इस शादी में कांग्रेस, भाजपा के अलावा अन्य दलों के नेता शामिल हुए थे। वहीं शादी के बाद के राजनीतिक भविष्य पर अदिति सिंह ने कहा है कि वह शादी के बाद भी राजनीतिक तौर पर रायबरेली में सक्रिय रहेंगी, रायबरेली मेरा घर और मेरी पहचान दोनों है। इसलिए रायबरेली और यूपी छोड़ने का सवाल ही नहीं पैदा होता।