इस साल के अंत में होने वाले गुजरात और हिमाचल प्रदेश के विधानसभा चुनाव के साथ – साथ अगले साल होने वाले नौ राज्यों के विधानसभा चुनाव और 2024 में होने वाले लोकसभा चुनावों के चलते कांग्रेस के चिंतन शिविर के बाद अब राजस्थान की राजधानी जयपुर में भाजपा का 19 से 21 मई तक तीन दिवसीय मंथन चल रहा है। मंथन के दूसरे दिन यानी आज 20 मई को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पार्टी नेताओं को वर्चुअली संबोधित किया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि पिछले कुछ वर्षों में दुनिया में भारत के प्रति ‘‘एक विशेष भावना’’ जागृत हुई है और वह देश की ओर बहुत उम्मीदों से देख रही है। ठीक इसी प्रकार देश की जनता भारतीय जनता पार्टी के प्रति ‘‘एक विशेष स्नेह’’ रखती है और उसकी ओर बहुत उम्मीद से देख रही है।
भाजपा के राष्ट्रीय पदाधिकारियों की तीन दिवसीय बैठक के उद्घाटन सत्र को वीडियो कांफ्रेंस के जरिए संबोधित करते हुए पीएम ने कहा कि भाजपा भले ही अभी तक की अपनी राजनीतिक यात्रा के शिखर पर हो लेकिन उसका मूल लक्ष्य भारत को ऊंचाई पर पहुंचाना है, जिसका सपना देश की आजादी के लिए मर – मिटने वालों ने देखा था।
पीएम ने कहा, ‘‘दुनिया में भारत के प्रति किस तरह की विशेष भावना जागृत हुई है, यह हम सब देख रहे हैं। दुनिया आज भारत को बहुत उम्मीदों से देख रही है। ठीक वैसे ही भारत में भाजपा के प्रति जनता का एक विशेष स्नेह अनुभव हो रहा है। देश की जनता को भाजपा पर बहुत विश्वास है। वह बहुत उम्मीद से भाजपा की ओर देख रही है।’’
आजादी की 100वीं वर्षगांठ की यात्रा में बचे 25 सालों का उल्लेख करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि इस ‘‘अमृत काल’’ में देश ने अपने लिए लक्ष्य तय किए हैं और भाजपा के लिए यह समय इन लक्ष्यों के लिए निरंतर काम करने का है।‘‘देश के लोगों की जो उम्मीदें हैं, हमें उन्हें पूरा करना है। देश के सामने जो चुनौतियां हैं, उन्हें हमें देश के लोगों के साथ मिलकर पार कर विजय के संकल्प के साथ आगे बढ़ना है।’’उन्होंने कहा कि 2014 से पहले देश के लोगों में निराशा का माहौल था और सरकारों से उनकी उम्मीदें समाप्त हो गई थीं लेकिन 2014 में हुए आम चुनाव में देश की जनता ने एक नया इतिहास लिखने का फैसला किया। ‘‘वर्ष 2014 के बाद भाजपा, देश को इस सोच से बाहर निकाल कर लाई है। आज निराशा नहीं, आशा और अपेक्षा का युग है। आज भारत के लोग आकांक्षाओं से भरे हैं। आज हिंदुस्तान का हर नागरिक नतीजे चाहता है और सरकारों को काम करते हुए देखना चाहता है। वह अपनी आंखों के सामने परिणाम प्राप्त करना चाहता है।’’ राजनीतिक नफा नुकसान से अलग, मैं इसे जनमानस में आया बहुत बड़ा सकारात्मक परिवर्तन मानता हूं।’’
आज 18 राज्यों में भाजपा की सरकारें हैं, 400 से अधिक उसके सांसद हैं और राज्यसभा में भी वर्षों के बाद वह 100 के आंकड़े को छूने जा रही है ‘‘लेकिन इसके बावजूद चैन से बैठने का हमारा कोई हक नहीं है।’’ हमें सत्ता भोग ही करना होता तो भारत जैसे विशाल देश में कोई भी सोच सकता है, अरे इतना सारा मिल गया , अब तो बैठो, आराम करो ,जी नहीं, यह रास्ता हमारे लिए नहीं है। यह रास्ता हमें मंजूर ही नहीं है।’’ जिन्होंने देश और पार्टी के लिए अपना जीवन खपा दिया है वह भाजपा के कार्यकर्ताओं को आराम करने की इजाजत नहीं देते। इतनी अच्छी विजय पताका फहर रही है लेकिन आज भी, हम अधीर और बेचैन हैं, क्योंकि हमारा मूल लक्ष्य भारत को उस ऊंचाई पर पहुंचाना है, जिसका सपना देश की आजादी के लिए मर मिटने वालों ने देखा था।’’
इस दौरान राजस्थान समेत अन्य राज्यों में सांप्रदायिक हिंसा सहित पिछले तीन महीनों में हुईं सभी घटनाओं पर भी चर्चा होगी। इस बैठक में पार्टी के 150 नेता शामिल होंगे। दरअसल, इस साल गुजरात और हिमाचल प्रदेश में विधानसभा चुनाव होने हैं। अगले साल राजस्थान, छत्तीसगढ़, तेलंगाना, त्रिपुरा, मध्य प्रदेश, कर्नाटक, मेघालय, मिजोरम और नगालैंड में विधानसभा चुनाव होने हैं। ऐसे में भाजपा राजस्थान से चुनावी संदेश देने की तैयारी कर रही है। इसी के चलते इस बैठक का आयोजन राजस्थान में किया जा रहा है।
इसमें राजस्थान सहित हाल ही में देश के कई राज्यों में हुईं सांप्रदायिक हिंसा, तुष्टिकरण, हिंदुत्व से जुड़े मुद्दे, दलित, आदिवासी और महिलाओं पर हो रहे अत्याचार जैसे कई मुद्दों पर मंथन किया जाएगा। साथ ही इन्हें राष्ट्रीय स्तर पर मुद्दा बनाने की रणनीति भी तैयार की जाएगी। राजस्थान में अगले साल होने वाले चुनाव को देखते हुए यह बैठक काफी अहम मानी जा रही है।