सोशल मीडिया पर भड़काऊ पोस्ट को लेकर देश की दो बड़ी पार्टियों सत्ताधारी भाजपा और विपक्षी कांग्रेस में इन दिनों घमासान चल रहा है।इसके चलते अब फेसबुक को आगे आकर कहना पड़ा है कि वह हिंसा के लिए उकसाने वाले पोस्ट या भाषण पर रोक लगाता है। गौरतलब है कि पिछले हफ्ते सोशल मीडिया फेसबुक पर एक भड़काऊ पोस्ट ने कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरु में बबाल खड़ा किया था। 11 अगस्त की रात भड़की हिंसा को नियंत्रित करने के लिए पुलिस को फायरिंग भी करनी पड़ी। फायरिंग में दो लोगों की मौत हो गई थी ।
बेंगलुरु में कांग्रेस विधायक श्रीनिवास मूर्ति के घर पर 11 अगस्त मंगलवार की रात भीड़ ने हमला किया था। तब कांग्रेस विधायक श्रीनिवास मूर्ति के भतीजे पर आरोप था कि उसने फेसबुक पर एक भड़काऊ पोस्ट किया था। अब एक और फेसबुक पोस्ट को लेकर देश की सियासत गरमाई हुई है। इस मसले पर बीजेपी-कांग्रेस के बीच घमासान जारी है। यह घमासान तेलंगाना से बीजेपी विधायक टी राजा सिंह की एक कथित फेसबुक पोस्ट को लेकर शुरू हुआ। इस मसले पर कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने भारतीय जनता पार्टी के खिलाफ मोर्चा खोला हुआ है। राहुल ही नहीं बल्कि प्रियंका बाड्रा ने भी कहा है कि भाजपा अब सोशल मीडिया को भी अपने नियंत्रण में ले रही है। राहुल ने भाजपा और आरएसएस पर सोशल मीडिया के जरिये फर्जी ख़बरें फ़ैलाने का आरोप लगाया है। वहीं अब इस मसले के बीच फेसबुक का भी बयान सामने आया है। फेसबुक के प्रवक्ता ने कहा कि हम हिंसा भड़काने वाले शब्दों पर रोक लगाते हैं।
ख़बरों के मुताबिक फेसबुक प्रवक्ता ने कहा कि हम ऐसे स्पीच और कंटेंट पर पूरी तरह से रोक लगाते हैं जो हिंसा भड़काते हैं। साथ ही हम इसे विश्व स्तर पर किसी की राजनीतिक पार्टी की परवाह किए बिना इन नीतियों को लागू करते हैं। हमारी ओर से निष्पक्षता और सटीकता सुनिश्चित करने के लिए समय-समय पर इसकी सर्वे भी किया जाता है।
दरअसल यह विवाद शुरू तब हुआ जब अमेरिकी अखबार वॉल स्ट्रीट जर्नल ने अपनी एक रिपोर्ट में कहा कि सोशल मीडिया साइट फेसबुक ने भड़काऊ भाषण के नियमों के तहत भारतीय जनता पार्टी के नेता पर एक्शन नहीं लिया था। अमेरिकी अखबार ने आगे कहा कि फेसबुक को डर था कि इससे भारत में उसके यूजर्स पर असर पड़ सकता है।
भारतीय जनता पार्टी के तेलंगाना विधायक टी राजा सिंह भड़काऊ पोस्ट के मामले में घिरे हैं।उन पर आरोप लग रहे हैं कि फेसबुक ने राजा सिंह की नफरत फैलाने वाली पोस्ट पर कार्रवाई नहीं की है। अब टी राजा सिंह ने अपना बयान जारी किया है कि वह किसी फैन पेज या अपने समर्थकों की पोस्ट के लिए जिम्मेदार नहीं हैं। यह मामला एक कथित फेसबुक पोस्ट से जुड़ा है, जिसमें कथित तौर पर उन्होंने मुसलमानों के लिए आपत्तिजनकर बातें कही थीं।
टी राजा सिंह ने अपने ट्विटर हैंडल पर एक वीडियो जारी किया है। इसमें उन्होंने कहा है, ‘मैं जानता हूं मेरे नाम से कई पेज चल रहे हैं, लेकिन मैं बताना चाहता हूं कि मेरा कोई भी ऑफिशियल फेसबुक पेज नहीं है।
राजा सिंह ने अपने वीडियो बयान में कहा कि वह अपने सोशल मीडिया अकाउंट्स पर देश और धर्म के कल्याण के लिए पोस्ट करते हैं। उन्होंने यह भी कहा कि 2018 में उनका ऑफिशियल फेसबुक अकाउंट हैक हो गया था, इसको लेकर उन्होंने साइबर क्राइम में शिकायत भी की थी। राजा सिंह ने कहा कि उनका सिर्फ एक ट्विटर अकाउंट और एक यूट्यूब चैनल है। और मैंने फेसबुक पर कोई वैमनस्य फैलाने वाली कोई भी पोस्ट नहीं डाली है।