आज से 15 स्पेशल एसी ट्रेन शुरू हो रही हैं, लेकिन कई राज्यों ने रेल सेवा बहाल करने के फैसले पर चिंता जाहिर की है। बिहार, बंगाल, तेलंगाना और तमिलनाडु के मुख्यमंत्रियों ने कहा कि इससे कोरोना का संक्रमण और तेजी से फैलने का खतरा है।
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने रेल खोले जाने को बैड आइडिया करार दिया। तेलंगाना के मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव ने पैसेंजर ट्रेनें चलाने का विरोध किया। केसीआर ने कहा कि दिल्ली, मुंबई, चेन्नई और हैदराबाद जैसे मेट्रो शहरों में कोरोना के मामले ज्यादा हैं, इसलिए इन जगहों से आने-जाने वाले मुसाफिर दूसरी जगहों में भी संक्रमण तेजी से फैला सकते हैं।
इसके अलावा भी कई मुख्यमंत्रियों ने रेल सेवा बहाल किए जाने का विरोध किया है। तमिलनाडु ने भी चेन्नई में 31 मई तक रेल सेवा बंद रखने की अपील की है। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने भी रेल चलाने पर चिंता जाहिर की। उन्होंने कहा कि केंद्र को संघीय ढांचे का सम्मान करते हुए राज्यों को विश्वास में लेकर योजनाएं शुरू करना चाहिए। रेल चलाने से कोरोना का संक्रमण और फैलने का खतरा है।
रेल सेवा बहाल किए जाने पर मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने रेल चलाने के फैसले का समर्थन किया। इस बीच रेलवे सफर के बाद अब हवाई सफर को खोलने की भी तैयारी हो चुकी है। माना जा रहा है कि 17 मई के बाद से कुछ शहरों के बीच उड़ानें शुरू की जा सकती हैं।
22 मार्च को लॉकडाउन शुरू होने के साथ ही दिल्ली मेट्रो भी बंद है, लेकिन डीएमआरसी के एक ट्वीट से संकेत मिलता है डीएमआरसी ने ट्वीट कर जानकारी दी है कि मेट्रो स्टेशनों पर विशेष प्रशिक्षित हाउस कीपिंग स्टाफ को रखा गया है, जो प्लेटफॉर्म लिफ्ट, एस्कलेटर को साफ करेंगे।