एक ओर जहाँ बीता महीना दिसंबर पिछले 122 सालों में सबसे गर्म देखा गया तो वहीं दूसरी तरफ जनवरी की शुरुआत से ही हार्ट कपाने वाली ठंड से लगभग 40 लोगों की हार्ट अटैक से मौत हो गई है। ठंड का सबसे अधिक प्रभाव उत्तर प्रदेश के कानपुर जिले में नजर आ रहा है। जहाँ पिछले 3 दिनों में शीतलहर के कारण करीब 40 लोगों की मौत के आंकड़े सामने आये हैं।
हालत यह है कि केवल एक ही दिन में 25 लोगों की हार्ट अटैक से मौत हो गई है। मरने वालों में कई लोग तो ऐसे थे जिन्होंने इलाज के दौरान दम तोड़े तो कई ऐसे भी थे जिनके अस्पताल पहुँचने से पहले ही मृत्यु हो गई। रिपोर्ट के अनुसार अधिकतर लोगों की मृत्यु ठंड के कारण हुए हार्ट अटैक और ब्रेन स्ट्रोक से हुई है। डॉक्टरों का यह भी कहना है कि ठंड के कारण दिमाग की नसें फटने की वजह से भी कई लोगों की जानें गई हैं। जिसे देखते हुए आपातकालीन स्थिति में जल्दी सेवा के लिए सरकार ने हार्ट अटैक और ब्रेन स्ट्रोक रोगियों की सहूलियत के लिए इमरजेंसी कंट्रोल रूम का निर्माण किया है। कंट्रोल रूम का मोबाइल नंबर – 7380996666 है, जिस पर कॉल कर मदद ली जा सकती है।
डॉक्टरों का कहना है कि अस्पताल में हार्ट अटैक और ब्रेन अटैक के जो रोगी आ रहे हैं, उनका ब्लड प्रेशर अनियंत्रित हो गया था। इसके साथ ही जो व्यक्ति डायबिटीज, गुर्दा, लिवर से संबंधित किसी भी बीमारी का पुराना रोगी है तो उन व्यक्तियों के लिए यह अधिक हानिकारक है। रिपोर्ट के अनुसार कार्डियोलॉजी इमरजेंसी और OPD में बुधवार को 753 रोगियों का स्वास्थ्य परीक्षण किया गया। जिसके बाद 49 रोगियों को अस्पताल में भर्ती करके इलाज शुरू कर दिया गया।
इस समस्या का समाधान क्या है
रिपोर्ट के अनुसार कार्डियोलॉजी संस्थान के निदेशक डॉ. विनय कृष्ण ने लोगों को सलाह दी है। उन्होंने कहा है कि 60 साल से ज्यादा की उम्र के लोग ठंड में बाहर न निकलें। यही नहीं घर में भी गर्म कपड़े, टोपी, मोजे पहनकर रखें। साथ ही उन्होंने लोगों को यह भी सलाह की सभी को ताजा व हल्का गर्म खाना खाएं व गुनगुना पानी पीयें।
हार्ट को स्वस्थ रखने के उपाय
हार्ट और को स्वस्थ रखने के कई उपाय हैं जिन्हें अपनी रोजमर्रा की जिंदगी में शामिल करके इसका खतरा कम किया जा सकता है-
पौष्टिक आहार :
किसी भी शारीरिक बीमारी को दूर करने के लिए पौष्टिक आहार खाना आवश्यक है। एक अच्छा आहार दिल की बीमारी को नियंत्रित करने में अहम् भूमिका निभाता है। पौष्टिक आहार में कई चीजें शामिल हैं जिनमे फलों और सब्जियां, साबुत अनाज क्योंकि साबुत अनाज में फाइबर अधिक होता है जो ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करने में एक अहम भूमिका निभाता है। साथी स्वस्थ वसा का सेवन आदि भी आवश्यक है।
व्यायाम करें :
अगर आप नियम के अनुसार व्यायाम करते हैं तो यह आपके दिल के दौरे के जोखिम को कम करता है। क्योंकि इससे न केवल आपका शरीर अच्छा रहेगा बल्कि आप लंबे समय तक स्वस्थ भी रहेंगे। दिल को स्वस्थ रखने के लिए सप्ताह में कम से कम चार बार 20-30 मिनट का एक एरोबिक सेशन करने की सलाह भी दी जाती है।
रक्तचाप और कोलेस्ट्रॉल का ध्यान रखें :
हृदय के लिए उच्च रक्तचाप और उच्च कोलेस्ट्रॉल दोनों ही हानिकारक होते हैं। इसलिए समय-समय पर रक्तचाप और कोलेस्ट्रॉल की जांच कराते रहना आवश्यक है। जिससे उच्च रक्तचाप और कोलेस्ट्रॉल के स्तर से पड़ने वाले दिल का दौरे की समस्या को काम किया जा सकता है।
अधिक तनाव में न रहें :
अधिक तनाव व्यक्ति के शारीरिक ही नहीं मानसिक बीमारी का भी कारण बनता है। देखा जाये तो आज की भाग दौड़ भरी रोजमार्रा की जिंदगी घरेलु व बाहरी कार्यों की वजह से व्यक्ति अक्सर काफी तनाव में रहता है। जिसका सीधा असर उसके ह्रदय पर पड़ता है। जिसकी वजह से हार्टअटैक आने की सम्भावना भी बढ़ जाती है।
मधुमेह पर नियंत्रण :
अधिकतर डॉक्टर यह सलाह देते हैं की अगर आपको डायबिटीज है, तो आपको शारीरिक और मासिक रूप से पूर्ण रूप से स्वस्थ रखना आवश्यक है। क्योंकि एक मधुमेह से पीड़ित व्यक्ति का उच्च कैलोरी स्तर उसके लिए दिल की बीमारी का खतरा पैदा करता है।
कब तक रहेगी यह ठंड
मौसम विभाग मृत्युंजय महापात्रा ने दिल्ली में पड़ रही ठण्ड को देखते हुए आबीपी लाइव कॉन्फ्रेंस के दौरान बताया कि ने दिल्ली एनसीआर में पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव के कारण कल से रात के समय में ठंड का और शीतलहर का प्रभाव कम देखने को मिलेगा, अगले 5 दिनों तक न्यूनतम पारा 4 डिग्री से बढ़ोतरी की ओर देखा जाएगा जिसके मुताबिक लोगों को शीतलहर और ठंड से थोड़ी राहत मिलने के आसार हैं। साथ ही यह भी बताया कि आने वाले 4 -5 दिनों तक सुबह और रात में कोहरे का प्रभाव देखा जा सकेगा इसके अलावा दोपहर में राजधानी को खिली धूप से राहत भी मिलेगी।