हाईकोर्ट में सचिन पायलट और उनके साथी 18 विधायकों को अयोग्यता मामले में स्टे मिलने के बाद मुख्यमंत्री अशोक गहलोत परेशानी में पड गए हैं। उन्हें अब अपनी सरकार के जाने का भय सताने लगा है। शायद यही वजह है कि वह अब जल्दी से जल्दी विधायकों की परेड राज्यपाल के सामने कराकर अपनी सरकार का बहुमत दिखाने को उतावले है।
हाईकोर्ट का फैसला आते ही सबसे पहले उन्होंने होटल फेयरमोंट के सामने प्रेस कॉन्फ्रेंस की और बेहद ही उग्र अंदाज मेंकहा कि जनता राजभवन का घेराव कर सकती है । इसके बाद उन्होंने राज्यपाल पर आरोप लगाए कि वह ऊपरी दबाव में है और विधानसभा सत्र की अनुमति नहीं दे रहे हैं।
हमने माननीय राज्यपाल महोदय को रिक्वेस्ट की है, हम चाहते हैं कि Assembly का सेशन बुलाएं। pic.twitter.com/LzTkJ18GlC
— Ashok Gehlot (@ashokgehlot51) July 24, 2020
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने राज्यपाल कलराज मिश्र को किसी के दबाव में निर्णय लेने का बयान दिया है ।उन्होंने कहा है कि वह कल ही राज्यपाल से कह चुके हैं कि जल्द से जल्द विधानसभा सत्र बुलाने की अनुमति दी जाए । लेकिन राज्यपाल उन्हें अनुमति नहीं दे रहे हैं इसके पीछे शायद उन पर ऊपर का कोई दबाव है।
इसके साथ ही मुख्यमंत्री गहलोत राजभवन को कूच कर गए। विदित हो कि होटल फेयरमाट से राजभवन की दूरी महज 15 मिनट की है। अपने सभी विधायकों को वह चार बसों में भरकर राजभवन ले गए हैं। जहां वह राज्यपाल कलराज मिश्र से मिल रहें हैं।