पंजाब नेशनल बैंक घोटाले में भारत से फरार हीरा कारोबारी नीरव मोदी को वापस भारत लाने का रास्ता साफ हो गया है। लंदन हाई कोर्ट ने बुधवार को इस संबंध में एक अहम फैसला सुनाया है, जिसके मुताबिक 13 हजार 500 करोड़ रुपये का घोटाला करने वाले नीरव मोदी को वित्तीय हेराफेरी के मामले में भारतीय जांच एजेंसियों द्वारा जेल भेजा जाएगा। इस बारे में पीटीआई ने जानकारी दी है।
भारत लंदन की अदालत में लगातार बहस कर रहा था कि नीरव मोदी को भारत को सौंप दिया जाए। इसके खिलाफ नीरव मोदी ने लंदन हाई कोर्ट में याचिका भी दाखिल की थी। हालांकि आज इस याचिका की सुनवाई के दौरान लंदन की अदालत ने नीरव मोदी की याचिका को खारिज कर दिया। ऐसे में नीरव मोदी को भारत लाने का रास्ता साफ हो गया है।
BIG BREAKING: Big win for Indian agencies. Nirav Modi to be extradited back to India! Nirav Modi loses his appeal before UK High Court. High Court says extraditing Modi back to India will not be unjust or oppressive. pic.twitter.com/FkqgD1FYQb
— Law Today (@LawTodayLive) November 9, 2022
दरअसल फरवरी महीने में वेस्टमिंस्टर मजिस्ट्रेट कोर्ट ने नीरव मोदी को भारत को सौंपे जाने को लेकर फैसला सुनाया था। तब से नीरव मोदी वैंड्सवर्थ जेल में था। हालांकि, उन्होंने लंदन की एक अदालत में इस फैसले को चुनौती देते हुए एक याचिका दायर की। 51 वर्षीय मोदी ने याचिका में दावा किया था कि उनका मानसिक स्वास्थ्य ठीक नहीं है। उन्होंने मांग की थी कि हमें इसी आधार पर भारत नहीं भेजा जाना चाहिए।
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7 हजार करोड़ का घोटाला!
भारत में नीरव मोदी के खिलाफ पंजाब नेशनल बैंक से 7000 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया गया है। इस घोटाले में यह आरोप लगाया गया था कि बैंक द्वारा जारी किए गए दस्तावेजों से नीरव मोदी के नियंत्रण वाली कंपनियों को फायदा हुआ। इसके साथ ही सीबीआई ने नीरव मोदी पर सबूत मिटाने और गवाहों को जबरदस्ती मौत का कारण बनाने के मामले भी दर्ज किए हैं।