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गाजीपुर बॉर्डर पर किसानों और भाजपाइयों में भिड़ंत

आज गाजीपुर बॉर्डर पर किसानों और भाजपाइयों में उस समय भिड़ंत हो गई जब यूपी बॉर्डर पर एक नेता को स्वागत करने की तैयारी की जा रही थी । यह नेता भाजपा के नवनियुक्त प्रदेश मंत्री अमित बाल्मीकि बताए जा रहे हैं ।अमित बाल्मीकि के स्वागत के लिए इकट्ठा हुए भाजपाइयों और बॉर्डर पर पिछले 7 महीने से जमे किसानों में अचानक तनातनी हो गई। एक दूसरे पर छींटाकशी होने के बाद नौबत झगड़े तक आ पहुंची।

यही नहीं बल्कि बाद में भाजपा नेताओ पर यह आरोप लगा कि वह किसान आंदोलन के मंच को कब्जाने में जुट गए। इसके बाद पुलिस ने बामुश्किल मामले को सुलझाया। इसी दौरान किसान नेता भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता राकेश टिकैत ने भाजपा नेताओं को चेतावनी भरे शब्दों में कहा कि वह प्रदेश में अब कहीं नहीं जा सकेंगे। उनका विरोध होगा।

गौरतलब है कि पिछले साल भी किसान नेताओं ने लोनी के विधायक नंदकिशोर गुर्जर पर जबरन धरना स्थल पर पहुंचने और उन्हें धमकाने का आरोप लगाया था । तब किसान नेता राकेश टिकैत बेहद भावुक हो गए थे। उनके निकले आंसुओं से बाद में जनसैलाब उमड़ गया था। तब कहा जा रहा था कि उत्तर प्रदेश सरकार गाजीपुर बॉर्डर से धरने को खत्म करने का पूरा प्लान बना चुकी थी। लेकिन योगी सरकार के इस प्लान को उस समय झटका लगा जब राकेश टिकैत के समर्थन में उत्तर प्रदेश ही नहीं बल्कि देश के कोने-कोने से किसान एकजुट होने लगे।

इसके बाद भाजपा नेताओं ने किसान मुद्दे पर विवाद से बचने की कोशिश की। यहां तक कि लोनी के विधायक नंदकिशोर गुर्जर किसान आंदोलन और राकेश टिकैत पर कोई भी टिप्पणी करने से बचते नजर आए। लेकिन आरोप है कि आज एक बार फिर भाजपा नेताओं के द्वारा गाजीपुर बॉर्डर पर जमकर उत्पात मचाया गया।

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हालांकि बताया जा रहा है कि शुरुआत किसान नेताओं की तरफ से हुई थी। किसान नेताओं ने प्रदेश के नवनियुक्त भाजपा  मंत्री अमित बाल्मीकि को काले झंडे दिखाने शुरू कर दिए। इसके बाद भाजपा नेता और कार्यकर्ता भड़क गए। जिसके बाद किसान और भाजपा कार्यकर्ता आपस में भिड़ गए। किसानों पर आरोप है कि उन्होंने भाजपा नेताओं की गाड़ियों पर तोड़फोड़ मचा दी। जिससे कई गाड़ियों के शीशे टूट गए।

हालांकि भाजपा नेताओं की तरफ से कहा जा रहा है कि शुरुआत किसान नेताओं की तरफ से हुई। वह तो सिर्फ अपने नेता का स्वागत करने के लिए इंतजार कर रहे थे । लेकिन किसान नेताओं ने उन पर कटाक्ष किए और व्यंगात्मक टिप्पणी की। भाजपाइयों का आरोप यह भी है कि किसानों ने उनके खिलाफ नारेबाजी की और कुछ गाड़ियों में तोड़फोड़ की। इसी के साथ ही किसानों ने उनके साथ अभद्रता भी की है।

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दूसरी तरफ इस मामले में भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत का कहना है कि भाजपा के कार्यकर्ता किसान आंदोलन के प्रमुख मंच पर कब्जा करना चाहते थे। यह लोग यहां कई दिनों से आ रहे थे और माहौल खराब करने की कोशिश कर रहे थे । राकेश टिकैत ने तल्ख लफ्जों में कहा कि भाजपा के किसी भी कार्यकर्ता को प्रदेश में घुसने नहीं दिया जाएगा ।

गांव में भाजपा के झंडे लगी गाड़ियों को भी नहीं घुसने दिया जाएगा। साथ ही वह यह कहते नजर आए कि भाजपा नेताओं को यदि किसानों का मंच इतना ही प्यारा है तो पार्टी छोड़कर वह किसान संगठन के साथ आ जाए। किसान संगठन उनका स्वागत करेंगे। साथ ही राकेश टिकैत ने हंगामा करने वाले भाजपाइयों के खिलाफ मुकदमे दर्ज करने के और उन्हें गिरफ्तार करने की मांग की है।

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