दिल्ली में वायु प्रदूषण बढ़ता जा रहा है। दिल्ली और उसके आसपास के इलाके में जहरीली हवा का गैस चैंबर बना हुआ है। दिल्ली का एयर क्लाविटी इंडेक्स (एक्यूआई) 450 से ऊपर है, जो कि गंभीर स्थिति को दर्शाता है। प्रदूषण का असर लोगों पर दिखने भी लगा है। प्रदूषण को लेकर हेल्थ एक्सपर्ट ने चेतावनी देते हुए कहा है कि ये प्रदूषण कई बिमारियों को जन्म दे सकता है। बढ़ता प्रदूषण गर्भवती महिलाओं और बच्चों के लिए खतरनाक साबित हो रहा है। इसके अलावा सुबह -सुबह मॉर्निंग वॉक पर जाने और बाहर एक्सरसाइज करने के लिए डॉक्टर्स मना कर रहे हैं।
दिल्ली में बढ़ती जहरीली हवा को देखते हुए दिल्ली सरकार द्वारा कई तरह के प्रतिबंध लगाए गए हैं। दिल्ली सरकार ने कक्षा 5 तक के सभी स्कूलों को 10 नवंबर तक बंद कर दिया है। दिल्ली में निर्माण कार्य को भी रुकवाने समेत डीजल पेट्रोल से चलने वाली गाड़ियों पर भी कुछ प्रतिबंध लगा दिया गया है । बढ़ते प्रदूषण को रोकने के लिए दिल्ली सरकार द्वारा उच्च स्तरीय पर बैठक बुलाई गई, जिसमें गोपाल राय ,सौरभ भरद्वाज , आतिशी जैसे मंत्री शामिल थे। इस बैठक के तहत कई महत्वपूर्ण कदमों को मंजूरी दी गई है ।
बैठक में लिए गए अहम फैसले
दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय और सभी संबंधित विभागों के अधिकारी GRAP-4 को सख्ती से लागू करने के लिए शामिल हुए। मीडिया रिपोर्ट्स अनुसार 13 से 20 नवंबर तक ऑर्ड ईवन लागू कर दिया गया है। इससे पहले भी बढ़ते प्रदूषण को रोकने के लिए दिल्ली ऑर्ड ईवन फॉर्मूले का सहारा ले चुकी है। दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने कहा कि प्रदूषण को कम करने के लिए हर तरह के निर्माण कार्य पर रोक डीजल लगा दी गई है। BS 3 पेट्रोल और BS 4 डीजल कार पर प्रतिबंध लगेगा। 6 से 11 तक की सभी क्लासेस 10 नवंबर तक फिज़िकल मोड में बंद रहेंगी। लेकिन इस दौरान ऑनलाइन क्लासेस चलेंगी। इसके अतिरिक्त दिल्ली सरकार पड़ोसी राज्यों से भी अपील कर रही हैं कि वो अपने राज्यों में पटाखों पर प्रतिबंध लगाएं। दिल्ली में दिवाली पर पटाखों पर प्रतिबंध है। दिल्ली पुलिस को स्पष्ट निर्देश दिया गया है कि वो दिल्ली में पटाखों की एंट्री पर प्रतिबंध लगाए।
पंजाब में बढे पराली के मामले
दिल्ली के अलावा पंजाब -हरियाणा में भी वायु प्रदूषण बढ़ रहा है। पंजाब में पराली जलाने के कई मामले सामने आए है। पंजाब में इस सीजन में 78 प्रतिशत बढ़ोत्तरी हुई है। अब तक 17,403 पराली जलाई गई हैं। इनमें से 78.25% यानी 13,617 मामले पिछले 8 दिनों में ही सामने आए हैं। 5 नवंबर को इस सीजन में एक ही दिन के रिकॉर्ड 3,230 घटनाएं दर्ज की गई हैं।