दिल्ली के अस्पतालों में लगातार ऑक्सीजन की कमी जारी है। कई अस्पताल रोजाना सरकार से ऑक्सीजन के लिए गुहार लगा रहे हैं। इस मुद्दे पर दिल्ली की अरविंद केजरीवाल और केंद्र सरकार आमने-सामने हैं। मामला दिल्ली हाई कोर्ट तक भी पहुंच चुका है। दिल्ली सरकार पर आरोप है कि वो राजधानी में 8 ऑक्सीजन प्रोडक्शन प्लांट लगाने में मदद नहीं कर पाई। अब केजरीवाल सरकार ने इन आरोपों पर जवाब दिया है।
दिल्ली सरकार ने कहा, “केंद्र का ये दावा कि हमने आठ ऑक्सीजन प्लांट लगाने के लिए साइट तैयार करने में देरी की है, झूठा है।” केजरीवाल सरकार ने कहा कि अब तक सिर्फ एक ही प्लांट ऑपरेशनल हो पाया है। दिल्ली सरकार ने कहा कि“ये बहुत दुर्भागयपूर्ण है कि जब दिल्ली सरकार केंद्र के साथ मिलकर दिल्ली को आवंटित ऑक्सीजन कोटे में कमी को पूरा करने की कोशिश कर रही है, उसी समय केंद्र सरकार दिल्ली में ऑक्सीजन प्लांट न लगा पाने की अपनी नाकामी छुपाने के लिए झूठे बयान दे रही है।” सब जानते हैं केंद्र ने 162 ऑक्सीजन प्लांट लगाने का फैसला किया था और इसके लिए अक्टूबर 2020 में टेंडर भी जारी किए थे।
यह भी पढ़े: 1 तारीख से शुरू होने वाले टीकाकरण अभियान पर सवालिया निशान?
बीजेपी को कटघरे में खड़ा करते हुए दिल्ली सरकार ने कहा कि पीएम केयर्स फंड के जरिए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ये प्लांट्स लगाने वाला था लेकिन एक भी रुपया राज्य सरकारों को नहीं दिया गया. ये सब प्लांट दिसंबर 2020 में लगाए जाने वाले थे और फिर राज्यों सरकारों को दिए जाते. हालांकि, केंद्र ने 140 प्लांट का कॉन्ट्रैक्ट एक ही वेंडर को दिया, जो भाग गया। नतीजा ये हुआ कि 162 में से 10 भी ऑपरेशनल नहीं हैं।
केजरीवाल सरकार ने कहा, “आठ में से सात प्लांट दिल्ली सरकार के अस्पतालों और एक केंद्र सरकार के अस्पताल सफदरजंग में लगने वाले थे।” केंद्र सरकार से कई बार पूछने के बाद मार्च 2021 के शुरुआत में पांच अस्पतालों के लिए प्लांट मिल पाए। सामान्य रूप से इन प्लांट को लगाने में तीन-चार दिन का समय लगता है। हालांकि, एक बार फिर वेंडर ने जवाब नहीं दिया और केंद्र से कई बार पूछने के बाद इन पांच में से सिर्फ एक ही ऑपरेशनल हो पाया।
न्यूज एजेंसी एएनआई ने आधिकारिक सूत्रों के हवाले से बताया है कि दिल्ली में मेडिकल ऑक्सीजन उपलब्धता को बढ़ाने के लिए पीएम केयर्स फंड की मदद से आठ ऑक्सीजन प्लांट लगाए जा रहे हैं। खबर के मुताबिक, ये प्लांट मेडिकल ऑक्सीजन की क्षमता 14.4 मीट्रिक टन बढ़ा देंगे। इन 8 में से एक प्लांट 17 मार्च को कौशिक एन्क्लेव के बुराड़ी अस्पताल में लगाया जा चुका है।
हालांकि सबके बीच बीजेपी के आसाम सरकार में मंत्री हेमंत विश्व शर्मा ने एक ट्वीट कर दिल्ली में ऑक्सीजन प्लांट ना लगने का जिम्मेदार अरविंद केजरीवाल को बताया। हेमंत विश्व शर्मा ने ट्वीट कर कहा, पीएम के के तहत मिले पैसे से आसाम ने आठ ऑक्सीजन प्लांट लगा लिए हैं जबकि दिल्ली में सिर्फ एक ही प्लांट लगा है तो इसका जिम्मेदार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को कैसे ठहराया जा सकता है। वहीं बीजेपी आईटी सेल के अध्यक्ष अमित मालवीय ने ट्वीट कर कहा कि हाईकोर्ट में हुई सुनवाई का जिक्र करते हुए कहा कि हाईकोर्ट ने भी दिल्ली सरकार से यही सवाल पूछा कि जब पीएम केयर्स फंड से पैसा आवंटित हो गया था तो आज के अब तक ऑक्सीजन प्लांट क्यों नहीं लगे।