नई दिल्ली। सीबीआई के भीतर की लड़ाई अब राजनीतिक रूप ले चुकी है। विपक्ष को इस मुद्दे पर सरकार के खिलाफ हमलावर होने का मौका मिल गया है। सरकार को घेरने के लिए कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी की अगुवाई में विपक्षी पार्टियों ने सीबीआई कार्यालय के समक्ष न सिर्फ प्रदर्शन किया, बल्कि गिरफ्तारी भी दी। प्रदर्शनकारियों में कांग्रेस के अशोक गहलोत, प्रमोद तिवारी समेत अन्य विपक्षी पार्टियों के शरद यादव, डी. राजा जैसे नेता भी शामिल रहे। इससे साफ है कि विपक्ष एकजुट होकर सीबीआई मामले को राजनीतिक मुद्दा बनाने के मूड में है।
सीबीआई कार्यालय पर प्रदर्शन के दौरान कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने सीधे-सीधे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को निशाने पर लिया। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने राफेल डील में चोरी की है, पूरा देश इस बात को समझ रहा है। प्रधानमंत्री भाग नहीं सकते हैं, जितनी बार गिरफ्तार करना है कर लो मुझे फर्क नहीं पड़ता है।
कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देश की सभी संस्थाओं पर आक्रमण कर रहे हैं। उन्होंने प्रदर्शनकारियों से ‘चौकीदार चोर है’ के नारे भी लगवाए। राहुल गांधी ने कहा कि कांग्रेस पार्टी चौकीदार को चोरी नहीं करने देगी।
राहुल गांधी राफेल के मुद्दे पर सरकार को निरंतर कटघरे में खड़ा करते आ रहे हैं। उनका सीधा निशाना प्रधानमंत्री मोदी पर होता है। उनका आरोप है कि मोदी सरकार को राफेल डील की जांच का डर है, इसलिए सीबीआई प्रमुख आलोक वर्मा को छुट्टी पर भेज दिया गया है। उन्होंने कहा कि सीबीआई के चीफ को हटाने का काम तीन लोगों की कमेटी करती है जिसमें पीएम, नेता प्रतिपक्ष और चीफ जस्टिस शामिल होते हैं। पीएम ने बिना इनके मशवरे के सीबीआई के मुखिया को हटाया। यह जनता का अपमान है, संविधान का अपमान है, चीफ जस्टिस का अपमान है और इन सबसे बढ़कर यह गैरकानूनी है।