स्टेट बैंक, बैंक ऑफ बड़ौदा, यूनियन बैंक, एचडीएफसी, आईसीआईसीआई, कोटक महिंद्रा, यस बैंक, आईडीएफसी, एचएसबीसी ने इस परीक्षा प्रक्रिया में भाग लिया है। कहा जाता है कि डिजिटल मुद्रा मुद्रा के मौजूदा रूपों का पूरक है और एक्सचेंजों के लिए अधिक विकल्प प्रदान करती है। दिलचस्प बात यह है कि आरबीआई डिजिटल मुद्रा जारी करने वाला दुनिया का पहला केंद्रीय बैंक बन गया है। इससे पहले दुबई, रूस, स्वीडन, जापान, एस्टोनिया, वेनेजुएला ने क्रिप्टोकरेंसी लॉन्च की थी। दुनिया भर के केंद्रीय बैंक सीडीबीसी नामक एक डिजिटल मुद्रा शुरू करने की संभावना तलाश रहे हैं। भारत सरकार ने 2022-23 के लिए अपने वित्त संकल्प में डिजिटल रुपया पेश करने की घोषणा की थी। इससे वित्तीय अपराधों को नियंत्रित करना आसान होगा और अंतरराष्ट्रीय लेनदेन के लिए एक और सुरक्षित विकल्प भी उपलब्ध होगा। इससे दूसरे देशों में पैसा भेजना सस्ता हो जाएगा।
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यह ‘ई रुपया’ टोकन पर आधारित होगा। यह ईमेल आईडी जैसा ही होगा। यानी आपको इसके लिए एक पासवर्ड डालना होगा। इंटरनेट न होने पर भी ऐसे लेनदेन किए जा सकते हैं। बेशक रिजर्व बैंक ने खुलासा किया है कि इस ई-रुपये पर कोई ब्याज नहीं लगेगा।