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यूपी में थम नहीं रहे दुष्कर्म के मामले

5 मार्च, 2021 को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गोरखपुर में एक कार्यक्रम में कहा था कि सरकार ने संगठित अपराध को पूरी तरह खत्म कर दिया है और अगर कहीं भी कोई अपराधी समाज के सुरक्षित माहौल में बाधा उत्पन्न करता है तो उसको कुचलने के लिए प्रशासन को खुली छूट दी गई है। लेकिन इन वादों के उलट जमीनी हकीकत कुछ और ही है। यूपी में आए-दिन महिलाओं के साथ रेप की घटनाएं सामने आ रही हैं। 

आखिर कब तक यूपी की बेटियां रेपिस्ट अपराधियों की बर्बरता झेलेंगी। ये सवाल दुष्कर्म की शिकार लड़की के परिजन सूबे की सरकार से कर रहे हैं। यूपी की पुलिस चाहे जितनी हाईटेक हो जाए लेकिन अपराधियों के हौसले पुलिस के डर से भी ज्यादा बुलंद हो रहे हैं। महिलाओं के साथ अत्याचार, रेप, शोषण की घटनाएं कम होने की बजाय हर दिन बढ़ती जा रही हैं। हालिया समय में ही यूपी के अलग-अलग जिलों में प्रदेश की बेटियों के साथ बलात्कार की घटनाओं ने उत्तर प्रदेश को एक बार फिर से शर्मसार कर दिया है।

दुष्कर्म का एक मामला बुधवार को कानपुर-उन्नाव बॉर्डर पर गंगाघाट थाने की जाजमऊ पुलिस चौकी में सामने आया है, जहां मदरसे के मौलाना के रेप की शिकार सात वर्षीय मासूम बच्ची को पुलिस कई घंटे तक चौकी में बैठाकर मामले को ठंडा करने में लगी रही, लेकिन जब मीडिया मौके पर पहुंची तो पुलिस उसको लेकर हॉस्पिटल भागी। यहां के एक मोहल्ले में चलने वाले मदरसे के मौलाना अब्दुल रहीम ने मदरसे में पढ़ने वाली साथ साल की मासूम बच्ची से रेप कर डाला। बच्ची ने घर जाकर अपनी मां को रोकर पूरी घटना बताई तो घर में हड़कंप मच गया।  बच्ची के घरवाले बच्ची को लेकर मदरसे आये, लेकिन उनको देखकर मौलाना पहले ही मदरसे से भाग गया।

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इसी तरह गाजियाबाद स्थित थाना नंदग्राम क्षेत्र में दो दिन पहले एक महिला के साथ गैंगरेप की घटना सामने आई थी।  पुलिस के अनुसार पांच लोगों ने महिला के साथ दो दिनों तक रेप किया और फिर उसे बोरी में बंद करके सड़क किनारे फेंक दिया।  जिसके बाद पुलिस को सूचना मिली थी कि सड़क किनारे एक महिला बोरी में बंद पड़ी है। इसके बाद पुलिस ने महिला को अस्पताल में भर्ती कराया है।

वहीं पुलिस की माने तो ये प्रॉपर्टी विवाद का मामला है। इस मामले में अब तक चार आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है। जबकि अन्य की तलाश जारी है।  पुलिस का दावा है कि जल्द ही सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर पूरे मामले का खुलासा किया जाएगा।  दूसरी ओर इस घटना को लेकर दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल ने सवाल खड़े किए हैं और इस घटना को लेकर गाजियाबाद एसएसपी को नोटिस जारी किया गया है।

यही नहीं एक दिन पहले यूपी की राजधानी लखनऊ में भी एक नाबालिग लड़की के साथ पार्क में दुष्कर्म का मामला सामने आया है। बताया जा रहा है कि लड़की सोशल मीडिया मंच पर बातचीत के बाद दोस्त बने एक व्यक्ति से यहां के एक सार्वजनिक पार्क में मिलने गई 15 वर्षीय लड़की से कथित तौर पर दुष्कर्म किया है। पुलिस ने बुधवार,19 अक्टूबर को यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि आरोपी विद्या सागर कुशवाहा (20) को कानपुर में उसके घर से गिरफ्तार कर लिया गया है। पुलिस के मुताबिक, नाबालिग ने अपनी मां के फोन का इस्तेमाल करते हुए इंस्टाग्राम पर आरोपी से बातचीत शुरू की थी। पुलिस ने कहा कि मंगलवार, 18 अक्टूबर को व्यक्ति ने लड़की को फोन किया और लखनऊ के लोहिया पार्क में उसे मिलने के लिए बुलाया था। ज्यादातर मामलों में देखा गया है कि महिलाओं के साथ न सिर्फ़ रेप और हत्या की कई घटनाएं हुई हैं बल्कि ज्यादातर मामलों में यह बात भी सामने आई है कि शुरुआती दौर में पुलिस ने एफआईआर दर्ज करने में ढिलाई बरती ।

एनसीआरबी के ताजा आंकड़ों के अनुसार महिलाओं के प्रति हिंसा के मामले में अभी भी पहला स्थान उत्तर प्रदेश का ही है। साल 2019 में देश भर में महिलाओं के ख़िलाफ़ होने वाले कुल अपराधों में क़रीब 15 फ़ीसद अपराध यूपी में हुए हैं। हालांकि महिलाओं के प्रति होने वाले अपराध के मामले में उत्तर प्रदेश का आंकड़ा राष्ट्रीय औसत से कम रहा है। साल 2019 में इस मामले में देश का कुल औसत 62.4 फ़ीसद दर्ज किया गया जबकि उत्‍तर प्रदेश में यह 55.4 फ़ीसद ही रहा।

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