खेल के मैदान में कई मैडल लाने वाली एक सीआईएसएफ की एक महिला कॉस्टेबल अपने ही सीनियर आफिसरों के शोषण का शिकार हो गयी। इस बाबत महिला कांस्टेबल ने रिपोर्ट दर्ज कराई है। रिपोर्ट में महिला कॉन्स्टेबल ने दोनों पर सेक्सुअल शारीरिक शोषण करने , रेप और धमकाने का आरोप लगाया है।
नेशनल और इंटरनेशनल स्तर पर कई मेडल जीतने वाली महिला कॉन्स्टेबल का आरोप है कि खजान और सुरजीत फोर्स में सेक्स स्कैंडल चला रहे हैं और उनके कई साथी भी इस कर्मकांड में शामिल हैं। जबकि दूसरी तरफ सीआईएसएफ में डीआईजी रैंक के ऑफिसर और 1986 में सियोल एशियन गेम्स में सिल्वर मेडल जीतने वाले खजान सिंह का कहना है कि उन पर लगे सभी आरोप झूठे हैं। ऐसा उनकी छवि खराब करने के लिए किया जा रहा है।
जानकारी के अनुसार पीड़िता महिला 2010 में सीआईएसएफ में सिपाही पद पर तैनात हुई थी। इस महिला कॉन्स्टेबल के द्वारा दर्ज कराइ गई रिपोर्ट में आरोप लगाया गया कि दोनों पहले महिला कॉन्स्टेबल का यौन उत्पीड़न करते हैं और फिर उनका अपने साथी के रूप में इस्तेमाल करते हैं। महिला कॉन्स्टेबल ने आरोप लगाया कि उन लोगों ने धोखे से नहाते वक्त मेरी फोटो खींचीं। इनके जरिए मुझे ब्लैकमेल किया गया। मुझे धमकाया गया कि अगर मैंने उनसे बात नहीं की, तो इन्हें इंटरनेट पर वायरल कर देंगे।
याद रहे कि डीआईजी रैंक के चीफ स्पोर्ट्स ऑफिसर खजान सिंह अर्जुन अवॉर्डी चीफ स्पोर्ट्स है। जबकि दूसरे आरोपी सुरजीत सिंह कोच है। दोनों पर रेप का आरोप लगाया गया है। इस मामले पर दिल्ली के बाबा हरिदास पुलिस थाना में गत 3 दिसंबर को रिपोर्ट दर्ज कराई गई है। फ़िलहाल सीआईएसएफ की तरफ से इस मामले में एक जाँच कमिटी का गठन कर दिया गया है।